हास्य-व्यंग्य - Best Of Shail Chaturvedi
हमने कहा, ‘‘भगवान् जानेदेश की जनता का क्या होगा?’’वे बोले, ‘‘जनता दर्द का खजाना हैआँसुओं का समंदर है,जो भी उसे लूट लेवही मुकद्दर का सिकंदर है।’’हमने पूछा, ‘‘देश का क्या होगा?’’ वे बोले, ‘‘देश बरसों से चल रहा हैमगर जहाँ का तहाँ हैकल आपको ढूँढ़ना पड़ेगाकि देश कहाँ हैकोई कहेगा—ढूँढ़ते रहिएदेश तो हमारी जेब में पड़ा हैदेश क्या हमारी जेब से बड़ा है?’’ —इसी पुस्तक सेहास्य-व्यंग्य मंच के सिरमौर कवि शैल चतुर्वेदी ने अपनी रचनाओं से देश की सामाजिक-राजनीतिक परिस्थितियों पर मारक प्रहार किया और समाज को जागरूक करने का महती कार्य किया। यहाँ प्रस्तुत हैं उनकी सर्वश्रेष्ठ रचनाएँ, जो उनके विराट् कवि-रूप का दिग्दर्शन कराएँगी और आपको हँसा-गुदगुदाकर लोटपोट कर देंगेअनुक्रमशैल चतुर्वेदी का रचना-संसार — Pgs. 71. कार/सरकार — Pgs. 132. मैदान — Pgs. 143. महिला वर्ष — Pgs. 154. लेन-देन — Pgs. 175. भविष्य का भय — Pgs. 196. माँ पर गया है — Pgs. 207. बाप पर गया है — Pgs. 218. वाकई गधे हो — Pgs. 229. बीस बच्चोंवाला बाप — Pgs. 2410. पेट का सवाल है — Pgs. 2611. हे वोटर महाराज — Pgs. 2812. मूल अधिकार — Pgs. 2913. दतरीय कविताएँ — Pgs. 3114. देश के लिए नेता — Pgs. 3315. चल गई — Pgs. 3516. पुराना पेटीकोट — Pgs. 4217. औरत पालने को कलेजा चाहिए — Pgs. 4518. उल्लू बनाती हो? — Pgs. 5119. तू-तू, मैं-मैं — Pgs. 5720. एक से एक बढ़ के — Pgs. 6021. कब मर रहे हैं? — Pgs. 6322. अप्रैल फूल — Pgs. 6823. यहाँ कौन सुखी है — Pgs. 7624. गांधी की गीता — Pgs. 8125. मजनू का बाप — Pgs. 8426. शायरी का इनकलाब — Pgs. 8927. दागो, भागो — Pgs. 9428. कवि सम्मेलन, टुकड़े-टुकड़े हूटिंग — Pgs. 10229. फिल्मी निर्माताओं से — Pgs. 11230. देवानंद से प्रेमनाथ — Pgs. 11631. पर्सनैलिटी का सवाल है — Pgs. 12232. भ्रष्टाचार — Pgs. 12733. बाप का बीस लाख फूँककर... 13134. कवि फरोश — Pgs. 13535. व्यंग्यकार से — Pgs. 13936. मूल मंत्र — Pgs. 14137. तलाश नए विषय की — Pgs. 14638. हमारे ऐसे भाग्य कहाँ — Pgs. 15239. देश जेब में — Pgs. 15640. शादी भी हुई तो कवि से — Pgs. 15941. बाजार का ये हाल है — Pgs. 16342. हिंदी का ढोल — Pgs. 16943. शेर/गज़ल — Pgs. 174
हास्य-व्यंग्य - Best Of Shail Chaturvedi
Best Of Shail Chaturvedi - by - Prabhat Prakashan
Best Of Shail Chaturvedi - हमने कहा, ‘‘भगवान् जानेदेश की जनता का क्या होगा?
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- Model: PP2996
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: PP2996
- ISBN: 9789351862901
- ISBN: 9789351862901
- Total Pages: 184
- Edition: Edition 1st
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Hard Cover
- Year: 2020
₹ 350.00
Ex Tax: ₹ 350.00