कोई कहानी क्यों लोकप्रिय होती है, कहना आसान नहीं है। पर कुछ मापदंड अवश्य हैं। प्रस्तुत संग्रह में 1972 से लेकर 2014 तक की प्रकाशित कहानियाँ शामिल हैं। कहानियों का प्रथम प्रकाशन वर्ष कहानी के नीचे दिया हुआ है। पुस्तक रूप में प्रकाशित होने से पहले हर कहानी किसी-न-किसी लोकप्रिय पत्रिका में प्रकाशित हुई..
मिलनेवाला प्रत्येक व्यक्ति व परिवार, जीवंत होनेवाली सारी परिस्थितियाँ और सामने से गुजरने वाले सभी प्राकृतिक दृश्य साहित्यकार की लेखनी से निःसृत होने के लिए अकुलाते रहते हैं। लेखक के मानस स्थित कथानकों और लेखनी में प्रतियोगिताएँ चलती ही रहती हैं। ‘पहले मैं’ तो ‘पहले मैं’ की स्थिति में सभी कथानक। मानस..
‘‘डॉक्टर, मेरा नाम मृदुला है। लेकिन पहले मेरा एक अनुरोध है—कृपया किसी को मेरे यहाँ आने की बात मत बताइएगा।’’
‘‘चिंता मत कीजिए। मैं नहीं बताऊँगा।’’
‘‘डॉक्टर मुझे डिप्रेशन है। क्या मैं पूरी तरह ठीक हो जाऊँगी।’’
‘‘आपको कैसे पता कि आपको डिप्रेशन है?’’
‘‘सॉरी डॉक्टर, मैंने अपने-आप अंदाजा लगा लिया। मैं..
लच्छू वापस जंगल की ओर चल पड़ा। पेड़ के पास पहुँचकर उसने कहा, “वृक्ष देवता, मेरी पत्नी ढेर सारा भोजन चाहती है।”
“जाओ, मिल जाएगा।” वृक्ष देवता ने आश्वासन दिया। लच्छू जब वापस अपने घर पहुँचा तो उसने देखा कि उसका घर अन्न के बोरों से भरा पड़ा है। अब कमली और लच्छू दोनों खुश थे।
परंतु उनकी खुशी ज्यादा द..
नेपोलियन बोनापार्ट ने फ्रांसीसी क्रांति के एक जनरल से लेकर सम्राट नेपोलियन बोनापार्ट तक का सफर तय किया। वह 11 नवंबर, 1799 से लेकर 18 मई, 1804 तक फ्रेंच रिपब्लिक के पहले काउंसिल के रूप में फ्रांस के शासक रहे। 18 मई, 1804 से लेकर 6 अप्रैल, 1814 तक वे नेपोलियन प्रथम के रूप में फ्रांस के सम्राट और इटली ..
आज की इस प्रतिस्पर्धात्मक जिंदगी में स्वयं को जमाने से आगे रखने के लिए ज्ञान के साथ-साथ मानसिक बदलाव की भी आवशकता होती है। जो व्यक्ति ऐसा नहीं कर पाते, वो हर क्षेत्र में धीरे-धीरे पिछड़ने लगते हैं। ऐसे में प्रश्न यह उठता है कि जीवन में उत्साह बढ़ाने और जीत हासिल करने के लिए अपनी कार्यशैली में किस प्..
Nayi Kavita : Swaroop Aur Pravrittiyan न ई कविता अब कोई नई बात नहीं रह गई है। इस पर रचनाओं और आलोचनाओं का अंबार-सा लग गया है। यह क्रम हिंदी-जगत् में बढ़ता ही चला जा रहा है। इसके विकास-क्रम में इसकी अनेक धाराएँ भी फूटी हैं, लेकिन नई कविता की जो मूल गुणधर्मिता है, वह सबमें प्रवाहित दिखती है। तात्पर्य ..
निर्मल वर्मा आधुनिक हिंदी कहानी के उन बिरले कथाकारों में से हैं, जिनकी प्रायः हर रचना कालजयी व लोकप्रिय रहती आई है। उनकी प्रसिद्ध एवं अतिप्रसिद्ध कहानियों में से केवल कुछ को इस संकलन के लिए रख पाना एक चुनौती थी और इसे अंजाम दिया लेखक-पत्नी एवं स्वयं लेखिका गगन गिल ने।
निर्मल वर्मा को युवा पाठकों का..