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Short stories

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अपने छोटे-से जीवन-काल में रांगेय राघव ने जो कीर्तिमान स्थापित किए, वह कई लेखकों को लंबे संघर्ष के बाद भी प्राप्त नहीं होते। उपन्यासों की तरह ही उनकी कहानियाँ भी काफी लोकप्रिय हैं। उनकी कहानियों की विषय-वस्तु आम जन-जीवन से ली गई है जिससे पाठक सहज ही तादात्म्य स्थापित कर लेता है। प्रस्तुत पुस्तक में र..
₹ 175.00
Ex Tax:₹ 175.00
हिन्दी की महिला कथाकारों में कृष्णा-सोबती, मन्नू भंडारी की पीढ़ी के बाद जो नाम उभरे, नासिरा शर्मा उनमें अलग से पहचानी जाती हैं। कहानी के अलावा उपन्यास विधा में भी उन्होंने अपनी हैसियत बनाई है। साहित्य के साथ विश्व-राजनीति एवं सामाजिक सरोकारों से संदर्भित ज्वलंत समकालीन प्रश्नों पर भी उन्होंने प्रभूत..
₹ 175.00
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कृश्न चन्दर उस दौर के बहुत सफल लेखक थे जब अधिकतर लेखक हिन्दी और उर्दू दोनों ही भाषाओं में लिखते थे। शुरुआत उन्होंने उर्दू से की थी लेकिन भारत-विभाजन के बाद हिन्दी में लिखना शुरू किया। कृश्न चन्दर का बचपन जम्मू के पुंछ क्षेत्र में बीता और उनकी बहुत-सी कहानियाँ कश्मीर की पृष्ठभूमि पर लिखी गई हैं। वामप..
₹ 225.00
Ex Tax:₹ 225.00
श्री भगवतीचरण वर्मा ने यद्यपि कहानियाँ कम ही लिखी हैं, उनकी गणना हिन्दी के अग्रणी कथाकारों में की जाती है। ‘दो बांके’, ‘आवारे’ आदि उनकी ऐसी कहानियाँ हैं, जिनको कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। प्रस्तुत संकलन में उन्होंने स्वयं अपने समग्र कहानी-लेखन में से बारह श्रेष्ठ कहानियाँ चुनी हैं, और अपने लेखन के संब..
₹ 175.00
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प्रेमचंद के बाद के कथाकारों में अमृतलाल नागर का स्थान बहुत ऊँचा है, और उन्हें हिन्दी साहित्य को विश्व स्तर पर ले जाने का गौरव प्राप्त है। उपन्यासों की भांति उनकी कहानियाँ भी सभी रंगों में लिखी गई हैं और बहुत पसंद की जाती रही हैं। इस संकलन के लिए उन्होंने स्वयं कहानियाँ चुनी हैं जो उनकी समग्र कथायात्..
₹ 175.00
Ex Tax:₹ 175.00
प्रख्यात साहित्यकार ‘अज्ञेय’ ने यद्यपि कहानियाँ कम ही लिखीं और एक समय के बाद कहानी लिखना बिलकुल बंद कर दिया-परंतु हिन्दी कहानी को आधुनिकता की दिशा में एक नया और स्थायी मोड़ देने का श्रेय भी उन्हीं को प्राप्त है। इस संग्रह में इस प्रकार की सभी कहानियाँ, कहानी-लेखन संबंधी उनके महत्त्वपूर्ण विचारों के ..
₹ 175.00
Ex Tax:₹ 175.00
आधुनिक हिन्दी कहानी के सफ़र में भीष्म साहनी एक महत्त्वपूर्ण नाम है। उनकी सर्वाधिक प्रिय कहानियों के इस संकलन में जीवन और समाज से गहरे जुड़े प्रश्नों को प्रस्तुत किया गया है। इनमें से अनेक कहानियाँ बेहद चर्चित हुई हैं। विशेष रूप से लिखी उनकी भूमिका हिन्दी कहानी की अनेक समस्याओं को उठाती है।..
₹ 175.00
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जिसके लिए हर रचना जीवन-मरण का प्रश्न हो, उसकी संवेदना की गहराई कितनी होगी-यह उत्सुकता स्वाभाविक है। व्यास सम्मान और साहित्य अकादमी (केन्द्रीय) पुरस्कार से सम्मानित गोविन्द मिश्र का लेखन विविध और विस्तृत है, जिसमें उपन्यास, कहानियाँ, यात्रावृत्त, निबन्ध, कविताएँ और बालकथाएँ...यहाँ तक कि आलोचना भी है...
₹ 195.00
Ex Tax:₹ 195.00
प्रतिभा राय की गिनती भारत के अग्रणी लेखकों में होती है। अभी तक इनके सत्रह उपन्यास, आठ यात्रा-वृत्तांत और तीन सौ से अधिक कहानियाँ प्रकाशित हो चुकी हैं। लिखती यह अपनी मातृभाषा उड़िया में हैं, लेकिन इनकी कृतियाँ कई भारतीय और विदेशी भाषाओं में अनूदित हुई हैं जिन में से प्रमुख है ‘द्रौपदी’। इनके लेखन में..
₹ 185.00
Ex Tax:₹ 185.00
हिन्दी की महिला कथाकारों में कृष्णा-सोबती, मन्नू भंडारी की पीढ़ी के बाद जो नाम उभरे, नासिरा शर्मा उनमें अलग से पहचानी जाती हैं। कहानी के अलावा उपन्यास विधा में भी उन्होंने अपनी हैसियत बनाई है। साहित्य के साथ विश्व-राजनीति एवं सामाजिक सरोकारों से संदर्भित ज्वलंत समकालीन प्रश्नों पर भी उन्होंने प्रभूत..
₹ 165.00
Ex Tax:₹ 165.00
हिन्दी के कथाकारों में आचार्य चतुरसेन का महत्त्वपूर्ण स्थान है। आचार्य जी ने मुग़लकालीन तथा ब्रिटिश इतिहास का अध्ययन विशेष रूप से किया था। तत्कालीन राजघरानों से उनका निकट का संबंध रहा था, इनको आधार बनाकर उन्होंने सैंकड़ों कहानियाँ तथा अनेक उपन्यास लिखे जो आज भी सार्थक हैं। साथ ही, सामाजिक विषयों पर ..
₹ 150.00
Ex Tax:₹ 150.00
हिन्दी कहानी में आधुनिक-बोध लाने वाले कहानीकारों में निर्मल वर्मा का अग्रणी स्थान है। उन्होंने कम लिखा है परंतु जितना लिखा है उतने से ही वे बहुत ख्याति पाने में सफल हुए हैं। उन्होंने कहानी की प्रचलित कला में तो संशोधन किये ही, प्रत्यक्ष यथार्थ को भेद कर उसके भीतर पहुंचने का भी प्रयत्न किया है।..
₹ 165.00
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