Indic - Kriti Mulyankan: Kurukshetra - Paperback
कुरुक्षेत्र आधुनिक हिंदी साहित्य के सबसे प्रसिद्ध काव्यों में अग्रगण्य है। राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर द्वारा विरचित इस काव्य के अध्ययन -अन्वेषण हेतु तैयार की गई इस पुस्तक में कविता एवं दिनकर साहित्य के विद्वान विशेषज्ञों ने अपने आलेखों में इसके विभिन्न आयामों की मीमांसा की है। विद्यार्थियों, शोधार्थियों और काव्य विधा में दिलचस्पी रखने वालों के लिए आवश्यक यह पुस्तक बड़े अभाव की पूर्ति करेगी। इस पुस्तक की सम्पादक डॉ. रेणु व्यास राजस्थान विश्वविद्यालय में हिंदी की सहायक आचार्य हैं। दिनकर के साहित्य पर पीएचडी कर चुकीं डॉ. व्यास की अनेक पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं।
Indic - Kriti Mulyankan: Kurukshetra - Paperback
Kriti Mulyankan: Kurukshetra - Paperback - by - Rajpal And Sons
Kriti Mulyankan: Kurukshetra - Paperback - कुरुक्षेत्र आधुनिक हिंदी साहित्य के सबसे प्रसिद्ध काव्यों में अग्रगण्य है। राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर द्वारा विरचित इस काव्य के अध्ययन -अन्वेषण हेतु तैयार की गई इस पुस्तक में कविता एवं दिनकर साहित्य के विद्वान विशेषज्ञों ने अपने आलेखों में इसके विभिन्न आयामों की मीमांसा की है। विद्यार्थियों, शोधार्थियों और काव्य विधा में दिलचस्पी रखने वालों के लिए आवश्यक यह पुस्तक बड़े अभाव की पूर्ति करेगी। इस पुस्तक की सम्पादक डॉ.
- Stock: 10
- Model: RAJPAL1075
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: RAJPAL1075
- ISBN: 9789386534828
- ISBN: 9789386534828
- Total Pages: 144
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Paperback
- Year: 2019
₹ 200.00
Ex Tax: ₹ 200.00