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Poetry - Aaradhana

Poetry - Aaradhana
आराधना के गीत निराला-काव्य के तीसरे चरण में रचे गए हैं, मुख्यतया 24 फरवरी 1952 से आरम्‍भ करके दिसम्बर 1952 के अन्त तक। इन गीतों से यह भ्रम हो सकता है कि निराला पीछे की ओर लौट गए हैं। वास्तविकता यह है कि ''धर्म-भावना निराला में पहले भी थी, वह उनमें अन्‍त-अन्‍त तक बनी रही। उनके इस चरण के धार्मिक काव्य की विशेषता यह है कि वह हमें उद्विग्न करता है, आध्यात्मिक शान्ति निराला को कभी मिली भी नहीं, क्योंकि इस लोक से उन्होंने कभी मुँह नहीं मोड़ा, बल्कि इस लोक को अभाव और पीड़ा से मुक्त करने के लिए वे कभी सामाजिक और राजनीतिक आन्दोलनों की ओर देखते रहे और कभी ईश्वर की ओर। उनकी यह व्याकुलता ही उनके काव्य की सबसे बड़ी शक्ति है।''—नंदकिशोर नवल

Poetry - Aaradhana

Aaradhana - by - Rajkamal Prakashan

Aaradhana -

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  • Stock: 10
  • Model: RKP712
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: RKP712
  • ISBN: 0
  • Total Pages: 108p
  • Edition: 2018, Ed. 4th
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Hard Back
  • Year: 1992
₹ 195.00
Ex Tax: ₹ 195.00