Menu
Your Cart

लेख : निबंध : पत्र - Parishkrit Hindi Vyakaran

लेख : निबंध : पत्र - Parishkrit Hindi Vyakaran
यदि भाषा ' बहता नीर' है तो व्याकरण उसका ' तटबंध ' । जिस प्रकार तटबंध जलधारा का नियमन करता है उसी प्रकार व्याकरण भाषा का । तटबंध यदि जलधारा को मर्यादा तोड़ने से रोकता है तो व्याकरण भी भाषा को मर्यादा का उल्लंघन केरने से रोकता है । जलधारा और भाषा यदि दोनों प्राकृतिक अजसता की प्रतीक हैं तो तटबंध और व्याकरण उन्हें मर्यादित करने के मानवीय अध्यवसाय के । यदि धारा कुपित अवस्था में धन-जन की हानि करती है तो भाषा भी अराजक स्थिति में विचार- संपत्ति को विश्रृंखलित करती है । यदि धारा की अराजकता के बावजूद तटबंध का महत्त्व अक्षुण्ण रहता है तो भाषा की अराजकता के बावजूद व्याकरण की उपयोगिता कम नहीं होती। प्रस्तुत पुस्तक में प्रसिद्ध भाषाविज्ञानी व वैयाकरण डॉ. बदरीनाथ कपूर ने व्याकरण के सूक्ष्म-से -सूक्ष्म उपयोग को दृष्‍ट‌िगत करते हुए व्याकरण संबंधी विवादास्पद बातों का समाधान प्रस्तुत करने का प्रयास किया है । यह पुस्तक हिंदी व्याकरण का एक मानक स्वरूप स्थापित करने में सफल होगी तथा स्कूल-कॉलेज के छात्र- अध्यापक' व सुधी पाठक इससे अपनी भाषा को और परिष्कृत कर पाएँगे, ऐसा हमारा विश्‍वास है ।

लेख : निबंध : पत्र - Parishkrit Hindi Vyakaran

Parishkrit Hindi Vyakaran - by - Prabhat Prakashan

Parishkrit Hindi Vyakaran - यदि भाषा ' बहता नीर' है तो व्याकरण उसका ' तटबंध ' । जिस प्रकार तटबंध जलधारा का नियमन करता है उसी प्रकार व्याकरण भाषा का । तटबंध यदि जलधारा को मर्यादा तोड़ने से रोकता है तो व्याकरण भी भाषा को मर्यादा का उल्लंघन केरने से रोकता है । जलधारा और भाषा यदि दोनों प्राकृतिक अजसता की प्रतीक हैं तो तटबंध और व्याकरण उन्हें मर्यादित करने के मानवीय अध्यवसाय के । यदि धारा कुपित अवस्था में धन-जन की हानि करती है तो भाषा भी अराजक स्थिति में विचार- संपत्ति को विश्रृंखलित करती है । यदि धारा की अराजकता के बावजूद तटबंध का महत्त्व अक्षुण्ण रहता है तो भाषा की अराजकता के बावजूद व्याकरण की उपयोगिता कम नहीं होती। प्रस्तुत पुस्तक में प्रसिद्ध भाषाविज्ञानी व वैयाकरण डॉ.

Write a review

Please login or register to review
  • Stock: 10
  • Model: PP2359
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: PP2359
  • ISBN: 9789351869863
  • ISBN: 9789351869863
  • Total Pages: 268
  • Edition: Edition 1st
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Hard Cover
  • Year: 2018
₹ 500.00
Ex Tax: ₹ 500.00