लेख : निबंध : पत्र - Bachchon Ko Rogon Se Kaise Bachayen
बच्चों की बीमारियों के प्रति अधिक सावधानी की आवश्यकता होती है, क्योंकि वे अपनी तकलीफ बोलकर नहीं बता पाते। इसलिए लेखक ने बच्चों में कुपोषण और अकसर उनको होनेवाले रोगों के साथ ही विशेष खतरनाक रोगों, जैसे न्यूमोनिया, पोलियो, टिटेनस, डिप्थीरिया, मेनिनजाइटिस, डेंगू, मलेरिया, जापानी मस्तिष्क ज्वर, रोटा वाइरस जनित आंत्रशोथ इत्यादि की समस्त जानकारी के साथ-साथ कृमि रोग, रक्ताल्पता और खुजली आदि बच्चों को होनेवाले रोगों और उनसे सुरक्षा के लिए टीकाकरण, संतुलित भोजन एवं कुपोषण से बचाव के व्यावहारिक तरीके बताए हैं।
सरल-सुबोध भाषा में भरपूर उदाहरणों व चित्रों के साथ यह पुस्तक प्रत्येक घर और व्यक्ति के लिए अत्यंत उपयोगी है और एक आवश्यकता भी।अनुक्रमशुरुआत से पूर्व —Pgs. 7प्रथम-भाग
बच्चों के गंभीर और साधारण रोग1. श्वसन संस्थान के संक्रमण और न्यूमोनिया (Pneumonia) —Pgs. 132. पोलियो (Poliomylitis)—बाल पक्षाघात —Pgs. 183. धनुषटंकार अथवा धनुस्तंभ (Tetanus) —Pgs. 274. घटसर्प या रोहणी (Diphtheria) —Pgs. 315. खसरा (Measles or Rebeola) —Pgs. 376. कुकर खाँसी (Whooping Cough) —Pgs. 417. छोटी माता (Chiken Pox) —Pgs. 448. गलसुआ (Mums) —Pgs. 489. मस्तिष्क ज्वर (Meningitis) —Pgs. 5110. जापानी मस्तिष्क शोथ (Japanese Encephalitis) —Pgs. 5611. डेंगू (Dengue) —Pgs. 5912. मलेरिया और उसकी रोकथाम (Malarial Fever) —Pgs. 6513. वात ज्वर या रूमेटिक ज्वर (Rheumatic Fever) —Pgs. 7314. कृमि रोग (Worms Infestation) —Pgs. 7715. खुजली (Scabies) —Pgs. 8316. रोटा वाइरसजनित आंत्रशोथ (Rota Viral Gastroenterits) —Pgs. 8817. मियादी बुखार—मोतीझिरा (Typhoid Fever) —Pgs. 9418. रक्ताल्पता (Anaemia) —Pgs. 10019. बच्चों के कुपोषणजन्य रोग (Diseases due to Malnutrition) —Pgs. 105द्वितीय-भाग
सुरक्षा, कुपोषण और विभिन्न रोगों तथा दुर्घटनाओं से20. कुपोषण की पहचान के कुछ विशेष तरीके —Pgs. 12321. बच्चों, महिलाओं और गर्भवतियों का भोजन —Pgs. 12722. छोटे शिशुओं के आहार में सावधानियाँ —Pgs. 14123. जरूरी है, भोजन की स्वच्छता (Food Hygiene) —Pgs. 14524. संतुलित भोजन क्या है? —Pgs. 15025. सस्ता और अच्छा पौष्टिक आहार कैसे प्राप्त करें? —Pgs. 16626. जीवन रक्षक घोल (O.R.S.) —Pgs. 17527. स्कूलों में मध्याह्न भोजन —Pgs. 17928. टीकों द्वारा बच्चों की खतरनाक रोगों से सुरक्षा —Pgs. 18229. सुरक्षा बच्चों की, विभिन्न दुर्घटनाओं से —Pgs. 192परिशिष्ट-1जापानी मस्तिष्क शोध (Japanese Encephalitis) —Pgs. 195परिशिष्ट-2शिशुओं/बच्चों के लिए नवीन टीकाकरण तालिका (2017-18) —Pgs. 199
लेख : निबंध : पत्र - Bachchon Ko Rogon Se Kaise Bachayen
Bachchon Ko Rogon Se Kaise Bachayen - by - Prabhat Prakashan
Bachchon Ko Rogon Se Kaise Bachayen - बच्चों की बीमारियों के प्रति अधिक सावधानी की आवश्यकता होती है, क्योंकि वे अपनी तकलीफ बोलकर नहीं बता पाते। इसलिए लेखक ने बच्चों में कुपोषण और अकसर उनको होनेवाले रोगों के साथ ही विशेष खतरनाक रोगों, जैसे न्यूमोनिया, पोलियो, टिटेनस, डिप्थीरिया, मेनिनजाइटिस, डेंगू, मलेरिया, जापानी मस्तिष्क ज्वर, रोटा वाइरस जनित आंत्रशोथ इत्यादि की समस्त जानकारी के साथ-साथ कृमि रोग, रक्ताल्पता और खुजली आदि बच्चों को होनेवाले रोगों और उनसे सुरक्षा के लिए टीकाकरण, संतुलित भोजन एवं कुपोषण से बचाव के व्यावहारिक तरीके बताए हैं। सरल-सुबोध भाषा में भरपूर उदाहरणों व चित्रों के साथ यह पुस्तक प्रत्येक घर और व्यक्ति के लिए अत्यंत उपयोगी है और एक आवश्यकता भी।अनुक्रमशुरुआत से पूर्व —Pgs.
- Stock: 10
- Model: PP2361
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: PP2361
- ISBN: 9789384344924
- ISBN: 9789384344924
- Total Pages: 200
- Edition: Edition 1st
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Hard Cover
- Year: 2019
₹ 400.00
Ex Tax: ₹ 400.00