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कहानी - Bijuka Babu

कहानी - Bijuka Babu
दफ्तर की अवधि में बिलकुल ठीक समय पर बैजनाथ बाबू कार्यालय में पहुँचते, हाजिरी रजिस्टर पर दस्तखत करते, कुरसी-टेबल को चपरासी से झड़वाते, अलमारी की चाबी देते, टेबल पर दो-चार फाइलें रखवाते, कलमों का स्टैंड करीने से रखते, घंटी को बजाकर देखते; फिर कुरसी पर बैठते । किसी-न- किसी बहाने साहब के चेंबर में जाते । उन्हें शक्ल दिखाते । घर का कुशल- क्षेम और अपने लायक विशेष सेवा पूछते । ' भीतर किसको भेजूँ सर?' जैसा सवाल ' चस्पाँ करते । दफ्तर के मौसम का हाल बयान करते और ' आपकी मेहरबानी का धन्यवाद, मेहरबान ' कहकर सिर झुकाए बाहर आ जाते । बाहर आकर अपनी कुरसी पर बैठते । और.. .बिजूका बनाना शुरू कर देते । घर से लाए झोले को कुरसी पर लटका देते । अलमारी में से अपनी खैनी-तंबाकू की डिबिया टेबल पर रखते । चूने की डिबिया को आधी खुली रखकर पोजीशन देते । कलमदान में से एक कलम निकालकर उसे खुली छोड़ते । घर से लाए अतिरिक्‍त चश्मे को खोलकर सामनेवाली फाइल पर रखते । फिर चुपचाप अलमारी में से अपनी एडीशनल जैकेट निकालकर कुरसी के पीछे फैलाकर टाँग देते । सारा दफ्तर कनखियों से देखता था कि बिजूका बन रहा है । -इसी पुस्तक से

कहानी - Bijuka Babu

Bijuka Babu - by - Prabhat Prakashan

Bijuka Babu - दफ्तर की अवधि में बिलकुल ठीक समय पर बैजनाथ बाबू कार्यालय में पहुँचते, हाजिरी रजिस्टर पर दस्तखत करते, कुरसी-टेबल को चपरासी से झड़वाते, अलमारी की चाबी देते, टेबल पर दो-चार फाइलें रखवाते, कलमों का स्टैंड करीने से रखते, घंटी को बजाकर देखते; फिर कुरसी पर बैठते । किसी-न- किसी बहाने साहब के चेंबर में जाते । उन्हें शक्ल दिखाते । घर का कुशल- क्षेम और अपने लायक विशेष सेवा पूछते । ' भीतर किसको भेजूँ सर?

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  • Stock: 10
  • Model: PP796
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: PP796
  • ISBN: 9789352664740
  • ISBN: 9789352664740
  • Total Pages: 172
  • Edition: Edition 1st
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Hard Cover
  • Year: 2018
₹ 400.00
Ex Tax: ₹ 400.00