अर्थशास्त्र : बिजनेस : मैनेजमेंट - Naye Daur Ke Business Funde
नए बिजनेस के फंडे
व्यापार भी परिवर्तनशील है। 163 सालों के बाद 2013 में डाक-तार की व्यवस्था समाप्त हो गई और संचार के नए-नए तरीके फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया के रूप में सामने आ गए। इसी प्रकार, वॉटरमैन ने लिखने के उपकरण का आविष्कार किया, जिसे पेन कहा जाता है, लेकिन रेनॉल्ड्स ने पेन की कीमत कम करके आम लोगों तक पेन की पहुँच बनाई और सबसे अधिक धन कमा डाला। नटशैल में कहा जाए तो आज बिजनेस के तौर-तरीकों में बहुत ज्यादा बदलाव हुआ है। नए क्षेत्र खुले हैं, व्यापार बढ़ाने की नई तकनीकें विकसित हुई है।
जब तक व्यापार को ग्राहकों के बड़े आधार तक नहीं फैलाया जाता, या कुछ ऐसे लोगों तक नहीं फैलाया जाता, जो बहुत अधिक धन खर्च कर सकते हैं, तब तक व्यापार फल-फूल नहीं सकता।
इस पुस्तक में नए बिजनेस के नए प्रैक्टिकल आइडिया दिए गए हैं। इसमें ऐसे ही लोगों के बारे में बताया गया है, जिन्होंने अपने-अपने व्यवसायों में नई सोच के साथ काम किया और अभूतपूर्व सफलता हासिल की।
अर्थशास्त्र : बिजनेस : मैनेजमेंट - Naye Daur Ke Business Funde
Naye Daur Ke Business Funde - by - Prabhat Prakashan
Naye Daur Ke Business Funde -
- Stock: 10
- Model: PP465
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: PP465
- ISBN: 9789350485194
- ISBN: 9789350485194
- Total Pages: 158
- Edition: Edition 1st Edition
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Hard Cover
- Year: 2017
₹ 300.00
Ex Tax: ₹ 300.00