Linguistics - Kavya Bhasha Par Teen Nibandh
काव्य-भाषा सम्बन्धी चिन्तन समकालीन आलोचना के केन्द्र में आ गया है। हिन्दी में, इस विषय पर मौलिक दृष्टि से लिखी गई पुस्तकें बहुत कम हैं। प्रख्यात आलोचक डॉ. रामस्वरूप चतुर्वेदी के आलोचनात्मक चिन्तन का प्रमुख प्रतिमान काव्य-भाषा रही है। इस पुस्तक में उन्हीं के लिखे हुए तीन निबन्ध संकलित हैं जिनकी हिन्दी आलोचना में प्रशंसा होती रही है।इस विषय पर इन निबन्धों का ऐतिहासिक और वैचारिक महत्त्व है।
Linguistics - Kavya Bhasha Par Teen Nibandh
Kavya Bhasha Par Teen Nibandh - by - Lokbharti Prakashan
Kavya Bhasha Par Teen Nibandh - काव्य-भाषा सम्बन्धी चिन्तन समकालीन आलोचना के केन्द्र में आ गया है। हिन्दी में, इस विषय पर मौलिक दृष्टि से लिखी गई पुस्तकें बहुत कम हैं। प्रख्यात आलोचक डॉ.
- Stock: 10
- Model: RKP3624
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: RKP3624
- ISBN: 0
- Total Pages: 113p
- Edition: 2008, Ed. 4th
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Hard Back
- Year: 1989
₹ 125.00
Ex Tax: ₹ 125.00