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Biography - Channabasavanna : Gyan Ki Nidhi

Biography - Channabasavanna : Gyan Ki Nidhi
छोटा होने से क्या हुआ? या बड़ा होने से?ज्ञान के लिए क्या छोटे-बड़े में अन्तर है?आदि-अनादि से पूर्व, अंडांडब्रह्मांड कोटि के उत्पन्न होने से पूर्वगुहेश्वर लिंग में तुम ही अकेले एक महाज्ञानीदिखाई पड़े, देखो जी, हे चन्नबसवण्णा! भक्त को शान्तचित्त रहना चाहिएअपनी स्थिति में सत्यवान रहना चाहिएसबके हित में वचन बोलना चाहिएजंगम में निन्दा रहित होकरसभी प्राणियों को अपने समान मानना चाहिएतन मन धन, गुरु लिंग जंगम के लिए समर्पित करना चाहिए।अपात्र को दान न देना चाहिएसभी इन्द्रियों को अपने वश में रखना चाहिएयही पहला आवश्यक वृतनेम है देखोलिंग की पूजा कर प्रसाद पाने के लिए यही मेरे लिए साधन है।

Biography - Channabasavanna : Gyan Ki Nidhi

Channabasavanna : Gyan Ki Nidhi - by - Lokbharti Prakashan

Channabasavanna : Gyan Ki Nidhi - छोटा होने से क्या हुआ?

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  • Stock: 10
  • Model: RKP3203
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: RKP3203
  • ISBN: 0
  • Total Pages: 136
  • Edition: 2019, Ed. 1st
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Hard Back
  • Year: 2019
₹ 300.00
Ex Tax: ₹ 300.00