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Dalit Literature - Dalit-Vimarsh Aur Hindi Sahitya

Dalit Literature - Dalit-Vimarsh Aur Hindi Sahitya
हिन्दी में दलित रचनाकारों की रचनाएँ लगभग तभी से मिलती हैं, जब से हिन्दी साहित्य का आरम्भ होता है।सिद्धों-नाथों की बानियों से लेकर सन्‍त साहित्य तक दलित रचनाकारों द्वारा रचित विपुल साहित्य हिन्दी की अमूल्य सम्पदा है।आधुनिक युग में समता, न्याय और सामाजिक सम्मान के लिए अम्बेडकरवादी वैचारिक प्रेरणा से लिखे गए सामाजिक बदलाव के साहित्य को ‘दलित साहित्य’ की संज्ञा प्राप्त हुई। सचेत अम्बेडकरवादी प्रेरणा का साहित्य हिन्दी से पहले ही मराठी आदि अन्य भारतीय भाषाओं में लिखा गया। पिछली सदी में 1980 के दशक से हिन्दी का दलित लेखन परिमाण और गुणवता, दोनों ही स्तरों पर अपनी सुस्पष्ट स्वतंत्र पहचान बनाता है।दलित साहित्य अखिल भारतीय परिघटना है। हिन्दी में पिछले चार दशक से सक्रिय दलित रचनाकारों की अनेक पीढ़ियों के प्रतिनिधि स्वरों से रचा गया यह संकलन वक़्त की माँग है।

Dalit Literature - Dalit-Vimarsh Aur Hindi Sahitya

Dalit-Vimarsh Aur Hindi Sahitya - by - Lokbharti Prakashan

Dalit-Vimarsh Aur Hindi Sahitya -

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  • Stock: 10
  • Model: RKP3301
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: RKP3301
  • ISBN: 0
  • Total Pages: 196p
  • Edition: 2017, Ed. 1st
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Hard Back, Paper Back
  • Year: 2017
₹ 175.00
Ex Tax: ₹ 175.00