Literary - Nirmala - Paperback
‘निर्मला’ मुंशी प्रेमचंद की जानी-मानी रचना है जिसमें उन्होंने भारत में महिलाओं के प्रति होने वाले सामाजिक अन्याय पर रोशनी डाली है। निर्मला पन्द्रह साल की कमसिन लड़की है जो दहेज प्रथा के कारण, एक बूढ़े व्यक्ति से ब्याही जाती है। विवाह के बाद निर्मला को किन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है और इन सबका उसके दिल पर क्या असर पड़ता है-इस सबका उपन्यास में मार्मिक वर्णन है। हिन्दी साहित्य जगत में मुंशी प्रेमचंद का अग्रणी स्थान है और 1928 में पहली बार प्रकाशित ‘निर्मला’ आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी तब थी।
Literary - Nirmala - Paperback
Nirmala - Paperback - by - Rajpal And Sons
Nirmala - Paperback -
- Stock: 10
- Model: RAJPAL697
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: RAJPAL697
- ISBN: 9788174831507
- ISBN: 9788174831507
- Total Pages: 144
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Paperback
- Year: 2018
₹ 175.00
Ex Tax: ₹ 175.00