Literary - Agnigarbha - Hardbound
प्रेमचन्द के बाद विश्व प्रसिद्ध श्रेष्ठ उपन्यासकारों में श्री अमृतलाल नागर का एक विशिष्ट स्थान है। उनके अन्य उपन्यास ‘मानस का हंस’, ‘खंजन नयन’, ‘नाच्यौ बहुत गोपाल’, ‘बूंद और समुद्र’, ‘बिखरे तिनके’, ‘सेठ बांकेमल’, ‘भूख’, ‘सात घूंघट वाला मुखड़ा’ तथा ‘अमृत और विष’ हिन्दी-साहित्य की अमूल्य निधि हैं, जिनमें मानव-जीवन की सजीव अभिव्यक्ति अत्यन्त रोचक शैली में हुई है।
Literary - Agnigarbha - Hardbound
Agnigarbha - Hardbound - by - Rajpal And Sons
Agnigarbha - Hardbound -
- Stock: 10
- Model: RAJPAL556
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: RAJPAL556
- ISBN: 9788170285571
- ISBN: 9788170285571
- Total Pages: 148
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Hardbound
- Year: 2014
₹ 200.00
Ex Tax: ₹ 200.00