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General - Lokpriya Shayar Aur Unki Shayari - Sahir Ludhianavi - Paperback

General - Lokpriya Shayar Aur Unki Shayari - Sahir Ludhianavi - Paperback
इस अत्यंत लोकप्रिय पुस्तक-माला की शुरुआत 1960 के दशक में हुई जब पहली बार नागरी लिपि में उर्दू की चुनी हुई शायरी के संकलन प्रकाशित कर राजपाल एण्ड सन्ज़ ने हिन्दी पाठकों को उर्दू शायरी का लुत्फ़ उठाने का अवसर प्रदान किया। इस पुस्तक-माला का संपादन उर्दू के सुप्रसिद्ध संपादक प्रकाश पंडित ने किया था। हर पुस्तक में शायर के संपूर्ण लेखन में से बेहतरीन शायरी का चयन है और पाठकों की सुविधा के लिए कठिन शब्दों के अर्थ भी दिए हैं। प्रकाश पंडित ने हर शायर के जीवन और लेखन पर-जिनमें से कुछ समकालीन शायर उनके परिचित भी थे - रोचक और चुटीली भूमिकाएं लिखी हैं। आज तक इस पुस्तक-माला के अनगिनत संस्करण छप चुके हैं। अब इसे एक नई साज-सज्जा में प्रस्तुत किया जा रहा है जिसमें उर्दू शायरी के जानकार सुरेश सलिल ने हर पुस्तक में अतिरिक्त सामग्री जोड़ी है। साहिर ने जब लिखना शुरू किया तब इक़बाल, जोश, फैज़, फ़िराक़, वगैरह शायरों की तूती बोलती थी, पर उन्होंने अपना जो विशेष लहज़ा और रुख अपनाया, उससे न सिर्फ उन्होंने अपनी अलग जगह बना ली बल्कि वे भी शायरी की दुनिया पर छा गये। प्रेम के दुख-दर्द के अलावा समाज की विषमताओं के प्रति जो आक्रोश हमें उनकी शायरी में मिलता है, वह उन्हें अपना विशिष्ट स्थान दिलाता है।

General - Lokpriya Shayar Aur Unki Shayari - Sahir Ludhianavi - Paperback

Lokpriya Shayar Aur Unki Shayari - Sahir Ludhianavi - Paperback - by - Rajpal And Sons

Lokpriya Shayar Aur Unki Shayari - Sahir Ludhianavi - Paperback -

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  • Stock: 10
  • Model: RAJPAL639
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: RAJPAL639
  • ISBN: 9789350641989
  • ISBN: 9789350641989
  • Total Pages: 128
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Paperback
  • Year: 2018
₹ 150.00
Ex Tax: ₹ 150.00