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General - Lokpriya Shayar Aur Unki Shayari - Nazir Akbarabadi - Hardbound

General - Lokpriya Shayar Aur Unki Shayari - Nazir Akbarabadi - Hardbound
वर्षों पहले नागरी लिपि में उर्दू की चुनी हुई शायरी के संकलन प्रकाशित कर राजपाल एण्ड सन्ज़ ने पुस्तक प्रकाशन की दुनिया में एक नया कदम उठाया था। उर्दू लिपि न जानने वाले लेकिन शायरी को पसंद करने वाले अनगिनत लोगों के लिए यह एक बड़ी नियामत साबित हुआ और सभी ने इससे बहुत लाभ उठाया। ज्यादातर संकलन उर्दू के सुप्रसिद्ध सम्पादक प्रकाश पंडित ने किये हैं। उन्होंने शायर के सम्पूर्ण लेखन से चयन किया है और कठिन शब्दों के अर्थ साथ ही दे दिये हैं। इसी के साथ, शायर के जीवन और कार्य पर-जिनमें से समकालीन उनके परिचित ही थे-बहुत रोचक और चुटीली भूमिकाएं लिखी हैं। ये बोलती तस्वीरें हैं जो सोने में सुहागे का काम करती हैं। नज़ीर की शायरी से पता चलता है कि उन्होंने जीवन-रूपी पुस्तक का अध्ययन बहुत अच्छी तरह किया है। भाषा के क्षेत्र में भी वे उदार हैं, उन्होंने अपनी शायरी में जन-संस्कृति का, जिसमें हिन्दू संस्कृति भी शामिल है, दिग्दर्शन कराया है और हिन्दी के शब्दों से परहेज़ नहीं किया है। उनकी शैली सीधी असर डालने वाली है और अलंकारों से मुक्त है। शायद इसीलिए वे बहुत लोकप्रिय भी हुए।

General - Lokpriya Shayar Aur Unki Shayari - Nazir Akbarabadi - Hardbound

Lokpriya Shayar Aur Unki Shayari - Nazir Akbarabadi - Hardbound - by - Rajpal And Sons

Lokpriya Shayar Aur Unki Shayari - Nazir Akbarabadi - Hardbound -

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  • Stock: 10
  • Model: RAJPAL650
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: RAJPAL650
  • ISBN: 9788170285038
  • ISBN: 9788170285038
  • Total Pages: 96
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Hardbound
  • Year: 2012
₹ 60.00
Ex Tax: ₹ 60.00