Idealism - Mere Sapnon Ka Bharat - Paperback
महात्मा गाँधी बीसवीं सदी के सबसे अधिक प्रभावशाली भारतीय व्यक्ति हैं, जिनकी अप्रत्यक्ष उपस्थिति उनकी मृत्यु के साठ वर्ष बाद भी पूरे देश पर देखी जा सकती है। उन्होंने स्वाधीन भारत की कल्पना की और उसके लिए कठिन संघर्ष किया। स्वाधीनता से उनका अर्थ केवल ब्रिटिश राज से मुक्ति का नहीं था बल्कि वह गरीबी, निरक्षरता और अस्पृश्यता जैसी बुराइयों से भी मुक्ति का सपना देखते थे। वह चाहते थे कि देश के सारे नागरिक समान रूप से आज़ादी और समृद्धि का सुख पा सकें। उनके बहुत-से परिवर्तनकारी विचार, जिन्हें उस समय असंभव कह कर परे कर दिया गया था, आज न केवल स्वीकार किये जा रहे हैं, बल्कि अपनाए भी जा रहे हैं। आज की पीढ़ी के सामने यह स्पष्ट हो रहा है कि गाँधीजी के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने उस समय थे। यह तथ्य है कि गाँधीगीरी आज के समय का मंत्र बन गया है। यह सिद्ध करता है कि गाँधीजी के विचार इक्कीसवीं सदी के लिए भी सार्थक और उपयोगी हैं। यह पुस्तक गाँधीजी के मन और विचारों की एक विस्मयकारी झाँकी प्रस्तुत करती है। इसमें आज के उन्नतिशील भारत के बारे में उनके जीवंत सपनों की झलक मिलती है।
Idealism - Mere Sapnon Ka Bharat - Paperback
Mere Sapnon Ka Bharat - Paperback - by - Rajpal And Sons
Mere Sapnon Ka Bharat - Paperback -
- Stock: 10
- Model: RAJPAL296
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: RAJPAL296
- ISBN: 9788170287391
- ISBN: 9788170287391
- Total Pages: 276
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Paperback
- Year: 2019
₹ 250.00
Ex Tax: ₹ 250.00