बच्चों की बीमारियों के प्रति अधिक सावधानी की आवश्यकता होती है, क्योंकि वे अपनी तकलीफ बोलकर नहीं बता पाते। इसलिए लेखक ने बच्चों में कुपोषण और अकसर उनको होनेवाले रोगों के साथ ही विशेष खतरनाक रोगों, जैसे न्यूमोनिया, पोलियो, टिटेनस, डिप्थीरिया, मेनिनजाइटिस, डेंगू, मलेरिया, जापानी मस्तिष्क ज्वर, रोटा वाइ..