Menu
Your Cart

शिक्षा - Achchha Bolne Ki Kala Aur Kamyabi (Pb)

शिक्षा - Achchha Bolne Ki Kala Aur Kamyabi (Pb)
प्रखर वक्ता होना, ओजस्वी वाणी का स्वामी होना, प्रभावी शैली में श्रोताओं को मंत्र-मुग्ध कर देने की क्षमता जिसमें हो, वह सामान्य व्यक्ति की तुलना में अधिक सफल होने की संभावना रखता है। बातचीत करना भाषण की कला सीखने का सबसे पहला सिद्धांत है। शुरुआती दौर में स्वर एवं अंदाज जैसी कलाओं पर ध्यान देने की आवश्यकता नहीं होती है। बातचीत करना कला को सीखने का पहला सिद्धांत है; अर्थात् बोलिए, वाद-विवाद में हिस्सा लीजिए, अपनी प्रतिभा का स्वयं आकलन कीजिए और दर्शकों की आलोचना से सीखने की कोशिश कीजिए। सवाल है कि खुद की गलतियों को कैसे समझा जाए? इसके लिए कुछ तथ्यों को समझने की आवश्यकता है—महान् वक्ता में कौन से विशेष गुण होते हैं और उन गुणों को कैसे प्राप्त किया जा सकता है? स्वयं के व्यक्तित्व में ऐसी कौन सी कमी है, जो इन गुणों की प्राप्ति में बाधा बन सकती है? इस विषय पर महान् लेखक डेल कारनेगी की सदाबहार एवं सर्वाधिक पसंद की जानेवाली इस पुस्तक के द्वारा कोई भी सामान्य व्यक्ति दर्शकों के समक्ष बोलने के क्षेत्र में कामयाबी के शिखर तक पहुँच सकता है।अनुक्रमभूमिका — 51. दर्शकों के समक्ष भरोसा हासिल करना — 92. एक जैसे ढंग की नीरसता  — 153. प्रभाव एवं वशीभूतता द्वारा कुशलता — 194. स्वर बदलने की कुशलता — 255. गति में बदलाव की कुशलता — 306. विराम एवं ऊर्जा — 357. सुर बदलने की दक्षता  — 438. भाषण-शैली में एकाग्रता — 479. बल — 5010. भावना एवं जोश — 5811. तैयारी के जरिए बहाव  — 6412. स्वर — 6813. स्वर का जादू — 7614. भिन्नता एवं उच्चारण की शुद्धता — 8615. संकेतों से जुड़े सत्य — 9016. भाषा-शैली की पद्धति — 9817. विचार एवं सुरक्षित ऊर्जा  — 10618. विषय एवं तैयारी — 11419. विवरण के द्वारा प्रभावित करना — 12420. चित्रण के द्वारा प्रभावित करना — 13321. वर्णन के द्वारा प्रभावित करना — 14722. सुझाव के द्वारा प्रभावित करना — 15723. वाद-विवाद के द्वारा प्रभावित करना — 17024. उत्साह द्वारा प्रभावित करना — 17525. जन-समूह को प्रभावित करना — 18226. पंख वाले घोड़े की सवारी — 18827. शदकोश का विकास — 19628. स्मरण-शति का प्रशिक्षण — 20329. सही सोच एवं व्यतित्व — 21130. भोज के उपरांत एवं अन्य मौकों पर बोलना — 21631. बातचीत को प्रभावित बनाना — 219

शिक्षा - Achchha Bolne Ki Kala Aur Kamyabi (Pb)

Achchha Bolne Ki Kala Aur Kamyabi (Pb) - by - Prabhat Prakashan

Achchha Bolne Ki Kala Aur Kamyabi (Pb) - प्रखर वक्ता होना, ओजस्वी वाणी का स्वामी होना, प्रभावी शैली में श्रोताओं को मंत्र-मुग्ध कर देने की क्षमता जिसमें हो, वह सामान्य व्यक्ति की तुलना में अधिक सफल होने की संभावना रखता है। बातचीत करना भाषण की कला सीखने का सबसे पहला सिद्धांत है। शुरुआती दौर में स्वर एवं अंदाज जैसी कलाओं पर ध्यान देने की आवश्यकता नहीं होती है। बातचीत करना कला को सीखने का पहला सिद्धांत है; अर्थात् बोलिए, वाद-विवाद में हिस्सा लीजिए, अपनी प्रतिभा का स्वयं आकलन कीजिए और दर्शकों की आलोचना से सीखने की कोशिश कीजिए। सवाल है कि खुद की गलतियों को कैसे समझा जाए?

Write a review

Please login or register to review
  • Stock: 10
  • Model: PP2772
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: PP2772
  • ISBN: 9789390101139
  • ISBN: 9789390101139
  • Total Pages: 223
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Soft Cover
  • Year: 2020
₹ 300.00
Ex Tax: ₹ 300.00