व्यक्तित्व विकास : सैल्फहैल्प - Kamyab Hona Hi Hai
‘कामयाब होना ही है’ विद्यार्थियों के लिए एक अत्यंत प्रेरक और मार्गदर्शक पुस्तक है। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए केवल किताबी ज्ञान ही पर्याप्त नहीं है; बल्कि धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष का ज्ञान भी उतना ही आवश्यक है क्योंकि इन्हीं में सारे सांसारिक ज्ञान निहित हैं। इनका अनुसरण और अनुपालन कर प्रत्येक व्यक्ति सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक, आध्यात्मिक, व्यावहारिक—हर स्तर पर मनचाही सफलता हासिल कर सकता है।
इस पुस्तक में विद्यार्थियों के शैक्षिक विकास के साथ-साथ मानसिक व भावनात्मक विकास हेतु छोटे-छोटे रोचक व प्रेरक प्रसंग दिए गए हैं, जो कथा-किस्सों के माध्यम से उनके सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त करते हैं।
विद्यार्थियों के लिए एक उपयोगी और संग्रहणीय पुस्तक, जो जीवन के प्रत्येक कदम पर उनकी सभी समस्याओं व कठिनाइयों का त्वरित हल प्रस्तुत करने को सदैव तत्पर रहेगी।
सफलता के नए सोपान खोलनेवाली पठनीय प्रेरक पुस्तक।अनुक्रमअपनी बात — 7लेखकीय — 91. हम होंगे कामयाब — 132. भारतीय संस्कृति का छींटा — 183. बातों का मर्म और महव — 294. गुरु को कभी मत भूलिए — 345. काम का सही तरीका — 416. धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष — 487. जीवन में हनुमानजी से जुड़ाव — 608. प्रतिस्पर्धा की भावना — 729. सफल और समर्थ बनने की होड़ — 8510. परिश्रम, पुरुषार्थ और पराक्रम — 9411. छात्रों के लिए प्रेरक प्रसंग — 101
व्यक्तित्व विकास : सैल्फहैल्प - Kamyab Hona Hi Hai
Kamyab Hona Hi Hai - by - Prabhat Prakashan
Kamyab Hona Hi Hai - ‘कामयाब होना ही है’ विद्यार्थियों के लिए एक अत्यंत प्रेरक और मार्गदर्शक पुस्तक है। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए केवल किताबी ज्ञान ही पर्याप्त नहीं है; बल्कि धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष का ज्ञान भी उतना ही आवश्यक है क्योंकि इन्हीं में सारे सांसारिक ज्ञान निहित हैं। इनका अनुसरण और अनुपालन कर प्रत्येक व्यक्ति सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक, आध्यात्मिक, व्यावहारिक—हर स्तर पर मनचाही सफलता हासिल कर सकता है। इस पुस्तक में विद्यार्थियों के शैक्षिक विकास के साथ-साथ मानसिक व भावनात्मक विकास हेतु छोटे-छोटे रोचक व प्रेरक प्रसंग दिए गए हैं, जो कथा-किस्सों के माध्यम से उनके सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त करते हैं। विद्यार्थियों के लिए एक उपयोगी और संग्रहणीय पुस्तक, जो जीवन के प्रत्येक कदम पर उनकी सभी समस्याओं व कठिनाइयों का त्वरित हल प्रस्तुत करने को सदैव तत्पर रहेगी। सफलता के नए सोपान खोलनेवाली पठनीय प्रेरक पुस्तक।अनुक्रमअपनी बात — 7लेखकीय — 91.
- Stock: 10
- Model: PP2656
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: PP2656
- ISBN: 9789351868347
- ISBN: 9789351868347
- Total Pages: 120
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Hard Cover
- Year: 2019
₹ 200.00
Ex Tax: ₹ 200.00