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व्यक्तित्व विकास : सैल्फहैल्प - Jeevan Jeene Ke Positive Mantra

व्यक्तित्व विकास : सैल्फहैल्प - Jeevan Jeene Ke Positive Mantra
यह आपकी निजी रचनात्मक चिंतन-प्रक्रिया में चिनगारी उत्पन्न करनेवाले विचारों की पुस्तक है। यह आपको अनुभवों एवं उनकी प्रक्रियाओं से भिन्न रूप से परिचित होने का अवसर प्रदान करेगी। इस पुस्तक को पढ़ने के बाद आपको ऐसे विवरण प्राप्त हो सकते हैं, जिनसे संभवतः आप सहमत न हों। वे आपकी निजी विश्वास प्रणाली से टकरा सकते हैं। यह सही भी है। लेखिका इसे ‘पात्र मंथन’ कहती हैं। उनकी कही गई प्रत्येक विषयवस्तु से आपका सहमत होना आवश्यक नहीं, परंतु आप यह अवश्य परख लें कि आप किसी चीज पर क्यों विश्वास करना चाहते हैं। इसी प्रकार आपका विकास होगा और आप बदलेंगे। इस पुस्तक को आप कहीं से भी पढ़ना प्रारंभ कर सकते हैं। इसे आप अपनी इच्छानुसार खोलें। आपको इसमें निहित पूरा संदेश तत्काल मिल जाएगा। यह आपके पूर्व विश्वासों की पुष्टि करेगी या आपको चुनौती देगी। यह सबकुछ विकास-प्रक्रिया का अंग है। जान लीजिए कि आप सुरक्षित हैं और सबकुछ ठीक है। अपने भीतर झाँककर गुण-दोषों का अंतरावलोकन करके जीवन जीने के पॉजिटिव मंत्र बतानेवाली पठनीय कृति।अनुक्रम 64. प्रतिरक्षा प्रणाली —Pgs. 137 परिचय —Pgs. 5 65. सुधार —Pgs. 139 1. स्वीकार —Pgs. 11 66. आय —Pgs. 141 2. व्यसन (लत) —Pgs. 13 67. व्यक्तित्व —Pgs. 143 3. किशोरों —Pgs. 15 68. पाठ —Pgs. 145 4. अभिकथन —Pgs. 17 69. नुकसान —Pgs. 147 5. एड्स —Pgs. 19 70. प्यार —Pgs. 149 6. अधिकार —Pgs. 21 71. प्रमुख खरीद —Pgs. 151 7. बाधाएँ —Pgs. 23 72. जोड़-तोड़ —Pgs. 153 8. सौंदर्य —Pgs. 25 73. ध्यान —Pgs. 155 9. बीजक (बिल) —Pgs. 27 74. पैसा —Pgs. 157 10. शरीर —Pgs. 29 75. पैसों की चिंता —Pgs. 159 11. कारोबार —Pgs. 31 76. शोक —Pgs. 161 12. कार —Pgs. 33 77. नया दृष्टिकोण —Pgs. 163 13. देखभाल —Pgs. 35 78. समाचार —Pgs. 165 14. अपनी सोच बदलना —Pgs. 37 79. पोषण —Pgs. 167 15. बाल शोषण —Pgs. 39 80. वृद्धावस्था  —Pgs. 169 16. बच्‍चे —Pgs. 41 81. पुराने किस्से —Pgs. 171 17. पसंद —Pgs. 43 82. क्रम —Pgs. 173 18. स्पष्टता —Pgs. 45 83. दर्द —Pgs. 175 19. संचार —Pgs. 47 84. माता-पिता —Pgs. 177 20. समुदाय —Pgs. 49 85. धैर्य —Pgs. 179 21. तुलना —Pgs. 51 86. शांति —Pgs. 181 22. चेतना —Pgs. 53 87. सही क्रम —Pgs. 183 23. नियंत्रण —Pgs. 55 88. परिपूर्ण —Pgs. 185 24. रचनात्मकता —Pgs. 57 89. ग्रह (धरती) —Pgs. 187 25. अपराधियों —Pgs. 59 90. पृथ्वी ग्रह —Pgs. 189 26. आलोचना —Pgs. 61 91. शक्ति —Pgs. 191 27. मौत —Pgs. 63 92. पक्षपात —Pgs. 193 28. निर्णय लेना —Pgs. 65 93. समृद्धि —Pgs. 195 29. योग्य —Pgs. 67 94. उद्देश्य —Pgs. 197 30. पाचन —Pgs. 69 95. अस्वीकार —Pgs. 199 31. रोग —Pgs. 71 96. रिश्ते —Pgs. 201 32. काम —Pgs. 73 97. नकारात्मक आदतें —Pgs. 203 33. ईश्वरीय मार्गदर्शन —Pgs. 75 98. धर्म —Pgs. 205 34. सपने —Pgs. 77 99. नाराजगी —Pgs. 207 35. बड़े साल —Pgs. 79 100. जिम्मेदारी —Pgs. 209 36. रोजगार —Pgs. 81 101. सुरक्षित सेक्स —Pgs. 211 37. ऊर्जा —Pgs. 83 102. सुरक्षित प्रेम —Pgs. 213 38. प्रबोधन —Pgs. 85 103. सुरक्षित कथा —Pgs. 215 39. सभी के लिए पर्याप्त —Pgs. 87 104. लैंगिकता —Pgs. 217 40. क्षितिज का विस्तार —Pgs. 89 105. आध्यात्मिक विकास —Pgs. 219 41. उम्मीदें —Pgs. 91 106. आध्यात्मिक नियम —Pgs. 221 42. परिवार —Pgs. 93 107. अवचेतन मन —Pgs. 223 43. डर —Pgs. 95 108. सफलता —Pgs. 225 44. खोया हुआ महसूस —Pgs. 97 109. समर्थन —Pgs. 227 45. भावनाएँ —Pgs. 99 110. सहायता समूह —Pgs. 229 46. अर्थव्यवस्था —Pgs. 101 111. सर्जरी —Pgs. 231 47. इसे ठीक करना —Pgs. 103 112. भय —Pgs. 233 48. भोजन —Pgs. 105 113. प्रसंग —Pgs. 235 49. क्षमा —Pgs. 107 114. विचार —Pgs. 237 50. चुनने की आजादी —Pgs. 109 115. समय —Pgs. 239 51. देना और पाना —Pgs. 111 116. परिवर्तन —Pgs. 241 52. लक्ष्य —Pgs. 113 117. परिवहन —Pgs. 243 53. भगवान —Pgs. 115 118. भरोसा —Pgs. 245 54. गपशप —Pgs. 117 119. बिना शर्त प्रेम —Pgs. 247 55. अपराध —Pgs. 119 120. समझदारी —Pgs. 249 56. सिरदर्द —Pgs. 121 121. अद्भुत —Pgs. 251 57. चिकित्सा —Pgs. 123 122. हिंसा —Pgs. 253 58. सबसे अच्छा —Pgs. 125 123. अकेली महिला —Pgs. 255 59. छुट्ट‍ियाँ —Pgs. 127 124. शब्द —Pgs. 257 60. घर —Pgs. 129 125. कार्य —Pgs. 259 61. गृह व्यवस्था —Pgs. 131 126. लायक —Pgs. 261 62. हास्य —Pgs. 133 127. गलत —Pgs. 263 63. भूख —Pgs. 135  

व्यक्तित्व विकास : सैल्फहैल्प - Jeevan Jeene Ke Positive Mantra

Jeevan Jeene Ke Positive Mantra - by - Prabhat Prakashan

Jeevan Jeene Ke Positive Mantra - यह आपकी निजी रचनात्मक चिंतन-प्रक्रिया में चिनगारी उत्पन्न करनेवाले विचारों की पुस्तक है। यह आपको अनुभवों एवं उनकी प्रक्रियाओं से भिन्न रूप से परिचित होने का अवसर प्रदान करेगी। इस पुस्तक को पढ़ने के बाद आपको ऐसे विवरण प्राप्त हो सकते हैं, जिनसे संभवतः आप सहमत न हों। वे आपकी निजी विश्वास प्रणाली से टकरा सकते हैं। यह सही भी है। लेखिका इसे ‘पात्र मंथन’ कहती हैं। उनकी कही गई प्रत्येक विषयवस्तु से आपका सहमत होना आवश्यक नहीं, परंतु आप यह अवश्य परख लें कि आप किसी चीज पर क्यों विश्वास करना चाहते हैं। इसी प्रकार आपका विकास होगा और आप बदलेंगे। इस पुस्तक को आप कहीं से भी पढ़ना प्रारंभ कर सकते हैं। इसे आप अपनी इच्छानुसार खोलें। आपको इसमें निहित पूरा संदेश तत्काल मिल जाएगा। यह आपके पूर्व विश्वासों की पुष्टि करेगी या आपको चुनौती देगी। यह सबकुछ विकास-प्रक्रिया का अंग है। जान लीजिए कि आप सुरक्षित हैं और सबकुछ ठीक है। अपने भीतर झाँककर गुण-दोषों का अंतरावलोकन करके जीवन जीने के पॉजिटिव मंत्र बतानेवाली पठनीय कृति।अनुक्रम 64.

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  • Stock: 10
  • Model: PP2565
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: PP2565
  • ISBN: 9789353225841
  • ISBN: 9789353225841
  • Total Pages: 264
  • Edition: Edition 1
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Hard Cover
  • Year: 2019
₹ 500.00
Ex Tax: ₹ 500.00