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व्यक्तित्व विकास : सैल्फहैल्प - Ab Hamen Badalna Hoga

व्यक्तित्व विकास : सैल्फहैल्प - Ab Hamen Badalna Hoga
विगत वर्षों में हमारे अधिकतर आई.टी. कार्यालय निश्चित स्थान पर 9 से 5 के परंपरागत काम के ढर्रे से काफी आगे निकलकर मोबाइल वर्क प्लेस और सुविधानुसार समय तक पहुँच गए हैं। रिक्रूटमेंट और परफॉर्मेंस रेटिंग स्वचालित हो चुके हैं। हाजिरी मोबाइल या हस्तचालित उपकरणों के जरिए होने लगी है। अगर 10 सालों में हम निश्चित स्थान के कार्यस्थल से चलते-फिरते कार्यस्थल तक का सफर तय कर चुके हैं तो कल्पना कीजिए, अगले पाँच सालों में और क्या हो जाएगा! बड़ी कंपनियाँ नई कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा महसूस करने लगी हैं और नई कंपनियाँ कुछ बड़ी सड़कों या मॉल की खुदरा दुकानों की तरह खुल रही हैं। जागने से सोने तक का सबकुछ बदलने ही वाला है और अगर हम इस बदलाव को स्वीकार नहीं करेंगे तो प्रतिस्पर्धा में टिक पाना हमारे लिए कठिन होगा। अत: ऐसे परिवेश में हमें अपने आपको बदलना होगा। क्यों और कैसे बदलना होगा—यह इस पुस्तक में बताया गया है। बदलाव के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण और सही सोच विकसित करनेवाली एक व्यावहारिक पुस्तक।अनुक्रमभूमिका—51. ऐसा कुछ नहीं है जिसे बदला न जा सके—132. छोटी मदद से भी जीवन सँवारा जा सकता है—153. जब आप किसी अनजान की सहायता करते हैं तो वह सच्ची ‘मदद’ होती है—174. आपके भीतर है समाज को बदलने की ताकत—205. सम्मान पाने के लिए समाज की निस्स्वार्थ सेवा करें—226. जैसे हैं, वैसे ही रहें, किसी की नकल न करें—247. आपकी योग्यता की जरूरत कहाँ है, यह समझिए—268. बहुत तेजी से फैलता है अच्छाई का वायरस—289. अपने अच्छे काम को आदत बनाकर तो देखें—3010. जिंदगी में किसी-न-किसी मौके परहमें समझ आ ही जाता है कि कौन सी चीज मायने रखती है—3211. बिजनेस में तरकी और सम्मान समाज से ही है—3512. कभी भी खुद को या अपने जीवन को धोखा न दें—3713. विरासत में इनसानियत छोड़कर जा सकते हैं—4014. शारीरिक जोखिम उठाकर भी चैरिटी के लिए धन जुटाना संभव—4215. दूसरों से अलग रहने के लिए लीक से हटकर चलें—4416. आप भी किसी के सपनों को सच करने में मदद कर सकते हैं—4717. कुछ जिंदगियों को रोशन करना भी कॉरपोरेट जॉब से कम नहीं है—5018. आपदा में आप भी मददगार हो सकते हैं, किसी को बचाकर या उसकी सुरक्षा करके—5219. समाज बदल नहीं सकते, पर कुछ अलग तो कर सकते हैं—5420. परोपकार करना है तो अलग अंदाज में करें—5721. मानो या नहीं, लेकिन कभी भगवान् आपको मसीहा बना देते हैं—5922. अच्छा काम करने से नतीजे भी अच्छे मिलते हैं—6123. अकेले आदमी की ताकत को भी समझिए—6324. विकसित समाज में हर कोई जिम्मेदारी उठाता है—6525. किसी की आखिरी इच्छा पूरी करें और फर्क देखें—6826. बेहतरी की उम्मीद हमेशा कायम रखिए—7027. जरूरतमंदों को सिर्फ भोजन मत दीजिए,उन्हें पैरों पर खड़ा कीजिए—7328. कचरे के पूर्ण प्रबंधन से पर्यावरण सुरक्षित होगा—7529. कचरे की समस्या बिजनेस का अवसर भी हो सकती है—7730. हमारे बनाए किले से मजबूत उसकी नींव होती है—8031. खेती-बाड़ी को है आधुनिक मैनेजमेंट तकनीकों की जरूरत—8232. जीवन चक्र में खुशी सिर्फ एक हिस्सा है—8433. विज्ञापनों को कंज्यूमर, लाइफ को आसान और ज्ञानवर्धक बनाना चाहिए—8734. मोबाइल, इंटरनेट, सोशल नेटवर्किंग की भूमिका होगी अहम्—8935. आइडिया वही सफल, जो आदत बन जाए—9136. अच्छे मैनेजमेंट को तुरंत प्रतिक्रिया देकर फैसले लेनेवाला होना चाहिए—9337. अच्छाई का न कोई रंग होता है, न कोई कीमत—9538. केवल धन कमाने से ही जीवन कामयाब नहीं होता—9739. बड़े फैसलों की कुंजी है आपका अवलोकन—9940. प्रभाव पैदा करने के लिए जरूरी है तार्किक बुद्धि—10141. गिल्ली-डंडा से भी शिक्षा दी जा सकती है—10342. सीखना छोड़ देते हैं तो बढ़त भी रुक जाती है—10643. बचपन में जो आदत पड़ गई, उसे छोड़ नहीं सकते—10844. सब समझा देती है दिल में दया और करुणा—11045. जहाँ अरमान ऊँचे होते हैं वहीं उद्यमिता फलती-फूलती है—11246. गलती पर आधारित न हो नई चीजों की शुरुआत—11447. आपके व्यतित्व का पता आपकी सोच से चलता है, कपड़ों से नहीं—11748. मुश्किल वत में जानकारियों के बजाय बुद्धि ज्यादा काम आती है—11949. जानवरों से भी मिलती है नैतिक मूल्यों की शिक्षा—12150. रोज के अनुभवों में छिपी है सफलता की चाबी—12351. या फर्क पड़ता है, अगर आप औसत व्यति हैं?—12552. जिंदगी जिस रूप में सामने आए, उसे वैसे जिएँ—12753. एक गलत निर्णय से जीवन का अंत नहीं होता—12954. दुनिया के इकलौते शिल्पकार शिक्षक हैं—13155. भगवान् गणेश भी चाहते हैं आप बुद्धिमान हों—13456. न्याय न मिलने का बहाना गरीबी नहीं हो सकती—13757. अगर आप हकदार हैं तो दुनिया आपकी मदद करेगी—13958. जिंदगी में लगातार सीखते रहना चाहिए—14159. कुछ राज्य शिक्षा कारोबार में ला रहे हैं फूड कल्चर—14360. बड़ा मकसद चाहिए तो शहरी और ग्रामीण भारत साथ चलें—14561. सरकारी नीतियों में दूरदृष्टि होनी ही चाहिए—14762. सभ्य समाज में गलती सुधारने का एक मौका मिलना ही चाहिए—14963. हेल्दी लिविंग कॉन्सेप्ट से शहरी बन रहे हैं किसान—15164. गलती तो गलती ही होती है, वह छोटी या बड़ी नहीं होती—15365. सीखने की उम्र नहीं होती—15566. कपड़े नहीं, आपका भरोसा बनाता है आत्म-विश्वासी—15767. बेहतर नतीजे चाहते हैं तो वर्कर्स का ट्रैवलिंग टाइम घटाएँ—159 

व्यक्तित्व विकास : सैल्फहैल्प - Ab Hamen Badalna Hoga

Ab Hamen Badalna Hoga - by - Prabhat Prakashan

Ab Hamen Badalna Hoga - विगत वर्षों में हमारे अधिकतर आई.

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  • Stock: 10
  • Model: PP2599
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: PP2599
  • ISBN: 9789351867067
  • ISBN: 9789351867067
  • Total Pages: 160
  • Edition: Edition 1
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Hard Cover
  • Year: 2019
₹ 300.00
Ex Tax: ₹ 300.00