डॉ .ए.पी.जे. अब्दुल कलाम साहित्य - Sukhi Parivar Samriddha Rashtra
परिवार व राष्ट्र के विकास के माध्यम से ही एक शांतिपूर्ण, सुखी व समृद्ध समाज का विकास हो सकता है। सुविख्यात जैन मुनि आचार्य महाप्रज्ञ तथा पूर्व राष्ट्रपति भारत-रत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का समाज के प्रति समर्पण और उसकी उन्नति के प्रति चिंता सर्वविदित है; परंतु विसंगतियों के बावजूद उसके सशक्त होने की क्षमता पर भी उन्हें पूरा भरोसा है। इस विचार-प्रधान पुस्तक ‘सुखी परिवार, समृद्ध राष्ट्र’ में इन दो विशिष्ट व्यक्तियों के परिवार, समाज और राष्ट्र के प्रति सरोकारों को रेखांकित किया गया है।
लेखकद्वय का विचार है कि एक उत्तम राष्ट्र का निर्माण करने के लिए इसके बीज परिवार में ही बोए जाने चाहिए। कोई ऐसा व्यक्ति ही, जिसका पालन-पोषण उचित मूल्यों की शिक्षा देनेवाले परिवार में हुआ हो, राष्ट्र के प्रति अपने उत्तरदायित्व को समझ सकता है। ऐसा नागरिक ‘निष्ठा से काम करो और निष्ठा से सफलता पाओ’ के सिद्धांत को अपनाएगा। केवल आर्थिक विकास और सैन्य-शक्ति से राष्ट्र उन्नत नहीं होगा, बल्कि इसके लिए मूल्यपरक समाज-जीवन का वातावरण बनाना होगा। यह दर्शन ही इस पुस्तक का मूल सिद्धांत है।अनुक्रमआभार — ... 5पुस्तक का उद्भव — ... 7भाग-1 : विकास — ... 131. भारतीय संस्कृति की गतिशीलता — ... 152. विकास की प्रक्रिया और पीड़ा — ... 373. एकता का विचार — ... 68भाग-2 : व्यति, परिवार और राष्ट्र — ... 994. स्वस्थ व्यतियों का निर्माण — ... 1015. एक सुखी परिवार का सृजन — ... 1366. एक समृद्ध राष्ट्र का उद्भव — ... 171पश्चालेख — ... 196संदर्भ — ... 200
डॉ .ए.पी.जे. अब्दुल कलाम साहित्य - Sukhi Parivar Samriddha Rashtra
Sukhi Parivar Samriddha Rashtra - by - Prabhat Prakashan
Sukhi Parivar Samriddha Rashtra - परिवार व राष्ट्र के विकास के माध्यम से ही एक शांतिपूर्ण, सुखी व समृद्ध समाज का विकास हो सकता है। सुविख्यात जैन मुनि आचार्य महाप्रज्ञ तथा पूर्व राष्ट्रपति भारत-रत्न डॉ.
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- Model: PP1333
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: PP1333
- ISBN: 9788173157097
- ISBN: 9788173157097
- Total Pages: 208
- Edition: Edition 1st
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Hard Cover
- Year: 2020
₹ 400.00
Ex Tax: ₹ 400.00