डॉ .ए.पी.जे. अब्दुल कलाम साहित्य - Hum Honge Kamyab
प्रश्नोत्तर शैली में प्रस्तुत यह पुस्तक भारत के महान् प्रेरणा-पुरुष और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम द्वारा बच्चों से बातचीत पर आधारित है।
बच्चे समाज और राष्ट्र का भविष्य होते हैं। बच्चे जितने शिक्षित, संस्कारी व चरित्रवान् होते हैं, समाज और राष्ट्र का भी उतना ही चारित्रिक विकास होता है। बच्चों की जिज्ञासाएँ अद्भुत व अनुपम होती हैं और उनके सोच को व्यापकता प्रदान करती हैं। उनकी जिज्ञासाओं का समाधान जीवन-पथ पर आगे बढ़ने हेतु उन्हें संबल प्रदान करता है।
इसमें डॉ. कलाम के जीवन के अनूठे प्रसंगों और भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के उनके महान् स्वप्न तथा शिक्षा, स्वास्थ्य, विज्ञान, चिकित्सा, उद्योग व प्रौद्योगिकी एवं देश को विकसित बनानेवाले अन्य महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों के बारे में बच्चों से उनकी रोचक व प्रेरक बातचीत प्रस्तुत है। डॉ. कलाम के जीवन-प्रसंगों, उनके विचारों को प्रस्तुत करती प्रेरणादायी पुस्तक।अनुक्रमआभार — 5बच्चों से — 9राष्ट्र सर्वोपरि — 21तमसो मा ज्योतिर्गमय — 47सामान्य विषय — 69जय विज्ञान! — 87अध्यात्म और जीने की कला — 115
डॉ .ए.पी.जे. अब्दुल कलाम साहित्य - Hum Honge Kamyab
Hum Honge Kamyab - by - Prabhat Prakashan
Hum Honge Kamyab - प्रश्नोत्तर शैली में प्रस्तुत यह पुस्तक भारत के महान् प्रेरणा-पुरुष और पूर्व राष्ट्रपति डॉ.
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- Model: PP1325
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: PP1325
- ISBN: 9789351865759
- ISBN: 9789351865759
- Total Pages: 124
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Hard Cover
- Year: 2018
₹ 250.00
Ex Tax: ₹ 250.00