ज्योतिष : वास्तु : फेंगशुई - Ganitiya Akash Ke Nakshatra Dr. Dharma Prakash Gupta
वे तो एक प्रतिभाशाली, मेधावी व परिश्रमी छात्र थे। वे तो गगनचुंबी विश्ववियात, महान् गणितज्ञ थे। सदैव आध्यात्मिकता की ओर अग्रसर रहते थे। बस, पठन-पाठन में ही पूरा जीवन लगाया। कहते थे कि ये 24 घंटे के ही दिन-रात यों होते हैं, 48 घंटे के यों नहीं होते? बस, प्रतिपल कार्यरत रहना चाहते थे। निद्रा से दूर भागते थे। उनका बहुत बड़ा परिवार था, आज भी है। जहाँ-जहाँ भी रहकर पढ़े, सभी को अपने स्वभाव से, मधुर भाषा से सम्मोहित किए रहते थे। सभी के आदर्श थे वे। सभी के प्रेरणास्रोत थे प्रकाश। सबके प्रति अगाध प्रेम तो कूट-कूटकर भरा था उनके हृदय में। मृदुभाषी थे। जिससे भी 2 मिनट बात की, बस उन्हीं का हो जाता था। सांस्कृतिक कार्यक्रम व वार्षिक कार्यक्रम भी चलते थे, सभी धर्मों में भाग लेते थे। शेसपियर के ‘मर्चेंट ऑफ वेनिस’ ड्रामे में इन्होंने पोर्शिया की भूमिका निभाई थी। वार्षिक स्पोर्ट्स भी होते थे, उनमें भी भाग लेते थे। किसी भी कला क्षेत्र से दूर नहीं थे।
बी.एस-सी. की परीक्षा निकट थी कि फिमरबोन के पास खूब बड़ा सा फोड़ा निकल आया। बहुत चिंता थी कि अब या होगा? प्रैटिकल पास आ गए थे, खड़े नहीं हो पा रहे थे। धैर्य नहीं खोया था, दृढ़निश्चयी थे। आत्मबल, आत्मविश्वास, सब कुछ बटोरा और यह सोचकर कि कुछ भी असंभव नहीं है, मैं परीक्षा अवश्य ही दूँगा और पै्रटिकल का दिन आ गया। बी.एस-सी. फाइनल में फर्स्ट डिवीजन, फर्स्ट पोजीशन पाई थी।अनुक्रमप्रस्तावना — Pgs. 5आभार — Pgs. 7My contented life — Pgs. 9छपते-छपते — Pgs. 13गणित के जादूगर : भाई धर्म प्रकाशजी — Pgs. 15अध्याय-1 — Pgs. 19अध्याय-2 — Pgs. 30अध्याय-3 — Pgs. 36अध्याय-4 — Pgs. 45अध्याय-5 — Pgs. 47अध्याय-6 — Pgs. 50अध्याय-7 — Pgs. 57अध्याय-8 — Pgs. 64अध्याय-9 — Pgs. 69अध्याय-10 — Pgs. 78अध्याय-11 — Pgs. 85अध्याय-12 — Pgs. 89अध्याय-13 — Pgs. 97अध्याय-14 — Pgs. 103अध्याय-15 — Pgs. 122अध्याय-16 — Pgs. 130अध्याय-17 — Pgs. 148मन की बातें — Pgs. 162शशिजी पत्र? — Pgs. 163स्व. श्रद्धेय डॉ. धर्म प्रकाश गुप्तजी — Pgs. 193Bio-Data — Pgs. 202List of Publications of Dharma P. Gupta — Pgs. 205Dharma P. Gupta List of Special Lectures delivered — Pgs. 209University of Allahabad Math Sci Net — Pgs. 211
ज्योतिष : वास्तु : फेंगशुई - Ganitiya Akash Ke Nakshatra Dr. Dharma Prakash Gupta
Ganitiya Akash Ke Nakshatra Dr. Dharma Prakash Gupta - by - Prabhat Prakashan
Ganitiya Akash Ke Nakshatra Dr. Dharma Prakash Gupta - वे तो एक प्रतिभाशाली, मेधावी व परिश्रमी छात्र थे। वे तो गगनचुंबी विश्ववियात, महान् गणितज्ञ थे। सदैव आध्यात्मिकता की ओर अग्रसर रहते थे। बस, पठन-पाठन में ही पूरा जीवन लगाया। कहते थे कि ये 24 घंटे के ही दिन-रात यों होते हैं, 48 घंटे के यों नहीं होते?
- Stock: 10
- Model: PP1322
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: PP1322
- ISBN: 9789352669868
- ISBN: 9789352669868
- Total Pages: 224
- Edition: Edition 1st
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Hard Cover
- Year: 2018
₹ 400.00
Ex Tax: ₹ 400.00