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आत्मकथा - Gandhi Banam Bhagat : Ek Sant, Ek Sainik

आत्मकथा - Gandhi Banam Bhagat : Ek Sant, Ek Sainik
‘गांधी बनाम भगत : एक संत, एक सैनिक’ उस ऊहापोह के समाधान की ओर एक विनम्र लघु प्रयास है, जो महात्मा गांधी और शहीद भगतसिंह के व्यक्तित्वों की तुलना से उत्पन्न होता है। दोनों भारतीय स्वाधीनता संग्राम के चमकते सितारे और माँ भारती के अमर सपूत हैं, जिन्होंने देश के लिए सर्वस्व समर्पित कर दिया था, पर प्रकारांतर में इन दोनों विभूतियों को एक-दूसरे के प्रतिद्वंद्वी के रूप में प्रस्तुत किया जाने लगा। यह पुस्तक तटस्थ भाव से इन दोनों के अतुलनीय योगदान से परिचित कराती है कि कैसे एक ने सत्याग्रह के रास्ते पर चलकर और दूसरे ने संघर्ष करके अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए विवश कर दिया। महात्मा गांधी और सरदार भगतसिंह के जीवन और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम पर विहंगम दृष्टि डालती एक पठनीय पुस्तक।अनुक्रमप्रस्तावना —Pgs. 51. भारत के स्वतंत्रता संग्राम का ऐतिहासिक परिपेक्ष —Pgs. 111. ईस्ट इंडिया कंपनी का इतिहास (1612-1857) —Pgs. 132. मुगल बादशाह सलीम द्वारा भारत का अंग्रेजों को बेचा जाना —Pgs. 163. ईस्ट इंडिया कंपनी का विस्तार —Pgs. 194. सन् 1857 की बगावत के कारण —Pgs. 265. सन् 1857 की बगावत की विफलता के कारण —Pgs. 316. इंडियन नेशनल कांग्रेस की स्थापना —Pgs. 357. कांग्रेस में राष्ट्रवाद का जन्म —Pgs. 408. प्रथम विश्वयुद्ध और भारतीय जनता का मत परिवर्तन —Pgs. 422. स्वतंत्रता संग्राम—गांधी बनाम भगत सिंह —Pgs. 451. मोहनदास का जन्म —Pgs. 472. भगत सिंह का जन्म —Pgs. 493. मोहनदास का बचपन —Pgs. 544. मोहनदास का विवाह एवं युवावस्था —Pgs. 595. मोहनदास की इंग्लैंड में पढ़ाई —Pgs. 626. मोहनदास का दक्षिण अफ्रीका में रंग-भेद से सामना —Pgs. 657. भगत सिंह—बचपन से युवावस्था तक —Pgs. 718. भगत सिंह—जलियाँवाला बाग त्रासदी —Pgs. 739. गांधी की भारत वापसी और असहयोग आंदोलन —Pgs. 7710. भगत सिंह की आजादी की लड़ाई —Pgs. 8211. गांधी का असहयोग आंदोलन और पूर्ण स्वराज की माँग —Pgs. 8812. गांधी—दांडी यात्रा से आजादी तक —Pgs. 9413. भगत सिंह—अंतिम मिशन —Pgs. 1013. भगत सिंह और गांधी—सिद्धांत से शहादत तक —Pgs. 1071. महात्मा गांधी की शहादत —Pgs. 1092. शहीद-ए-आजम भगत सिंह की शहादत —Pgs. 1153. गांधी-भगत—एक संत, एक सैनिक —Pgs. 1214. युवाओं में पटेल नेहरू विवाद —Pgs. 126 

आत्मकथा - Gandhi Banam Bhagat : Ek Sant, Ek Sainik

Gandhi Banam Bhagat : Ek Sant, Ek Sainik - by - Prabhat Prakashan

Gandhi Banam Bhagat : Ek Sant, Ek Sainik - ‘गांधी बनाम भगत : एक संत, एक सैनिक’ उस ऊहापोह के समाधान की ओर एक विनम्र लघु प्रयास है, जो महात्मा गांधी और शहीद भगतसिंह के व्यक्तित्वों की तुलना से उत्पन्न होता है। दोनों भारतीय स्वाधीनता संग्राम के चमकते सितारे और माँ भारती के अमर सपूत हैं, जिन्होंने देश के लिए सर्वस्व समर्पित कर दिया था, पर प्रकारांतर में इन दोनों विभूतियों को एक-दूसरे के प्रतिद्वंद्वी के रूप में प्रस्तुत किया जाने लगा। यह पुस्तक तटस्थ भाव से इन दोनों के अतुलनीय योगदान से परिचित कराती है कि कैसे एक ने सत्याग्रह के रास्ते पर चलकर और दूसरे ने संघर्ष करके अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए विवश कर दिया। महात्मा गांधी और सरदार भगतसिंह के जीवन और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम पर विहंगम दृष्टि डालती एक पठनीय पुस्तक।अनुक्रमप्रस्तावना —Pgs.

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  • Stock: 10
  • Model: PP549
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: PP549
  • ISBN: 9789353224257
  • ISBN: 9789353224257
  • Total Pages: 128
  • Edition: Edition 1st
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Hard Cover
  • Year: 2019
₹ 250.00
Ex Tax: ₹ 250.00