Raza Pustak Mala - Vichar Ka Kapda
‘‘क़ायदे से अनुपम मिश्र न लेखक थे, न पत्रकार। वे साफ़ माथे के एक आदमी थे जो हर हालत में माथा ऊँचा और साफ़ रखना चाहते थे। उनकी निराकांक्षा उनकी बुनियादी बेचैनियों को ढाँप नहीं पाती थी। ये बेचैनियाँ ही उन्हें कई बार ऐसे प्रसंगों, व्यक्तियों, घटनाओं, वृत्तियों को खुली नज़र देखने-समझने की ओर ले जाती थीं। उनकी संवेदना में ऐसी ऐन्द्रियता थी कि वे विचार का कपड़ा भी पहचान लेती थीं। कुल मिलाकर अनुपम मिश्र की अकाल मृत्यु के बाद शेष रह गई सामग्री में से किया गया यह संचयन हिन्दी में सहज, निर्मल और पारदर्शी, मानवीय गरमाहट से भरे गद्य का विरल उपहार है। हमें मरणोत्तर अनुपम मिश्र को उनकी भरी-पूरी जीवन्तता में प्रस्तुत करने में प्रसन्नता है।”—अशोक वाजपेयी
Raza Pustak Mala - Vichar Ka Kapda
Vichar Ka Kapda - by - Rajkamal Prakashan
Vichar Ka Kapda -
- Stock: 10
- Model: RKP30
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: RKP30
- ISBN: 0
- Total Pages: 454p
- Edition: 2020, 1st Ed.
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Hard Back, Paper Back
- Year: 2020
₹ 1,195.00
Ex Tax: ₹ 1,195.00