Menu
Your Cart

Play - Ande Ke Chhilke : Anya Ekanki Tatha Beej Natak

Play - Ande Ke Chhilke : Anya Ekanki Tatha Beej Natak
आधुनिक हिन्दी नाटय साहित्य और कथा की दुनिया में मोहन राकेश का अत्यन्त महत्वपूर्ण स्थान है। हिन्दी-रंगान्दोलन को एक नई गति और समृद्धि देने में उनकी निर्णायक भूमिका रही है। ‘अंडे के छिलके : अन्य एकांकी तथा बीज नाटक’ उनके कई प्रयोगधर्मी एकांकियों का संग्रह है। प्रयोगशीलता को मोहन राकेश रंगमंच की भाषा और उसके मानवीय पक्ष की समृद्धि से जोड़कर देखते थे, अर्थात् रंगमंचीय उपकरणों की न्यूनता के बावजूद कठिन से कठिन प्रयोग कर पाने की क्षमता के साथ जोड़कर। जयदेव तनेजा राकेश के नाटकों की एक दुर्लभ विशेषता पर टिप्पणी करते हुए कहते हैं कि, ''उनके नाटकों में मंचीय सफलता और प्रदर्शनीयता के साथ-साथ साहित्यिकता और पठनीयता का भी विलक्षण गुण विद्यमान है। उनमें इन दोनों विशेषताओं का अद्‌भुत सामंजस्य हुआ है। नाटकों को पद्य मानने का ही यह परिणाम है कि उनके नाट्‌य-संवादों और रंग-निर्देशों की भाषा में कोई अन्तर नहीं है। सम्भवत: यही कारण है कि उनके नाटकों को देखते या सुनते हुए ही नहीं, पढ़ते हुए भी बीच में छोड़ना कष्टकर प्रतीत होता है।'' संक्षेप में, इस संग्रह में शामिल नाटकों को हम राकेश के बहुस्तरीय नाट्‌य-लेखन के समर्थ उदाहरणों के रूप में देख सकते हैं।

Play - Ande Ke Chhilke : Anya Ekanki Tatha Beej Natak

Ande Ke Chhilke : Anya Ekanki Tatha Beej Natak - by - Radhakrishna Prakashan

Ande Ke Chhilke : Anya Ekanki Tatha Beej Natak -

Write a review

Please login or register to review
  • Stock: 10
  • Model: RKP2494
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: RKP2494
  • ISBN: 0
  • Total Pages: 160p
  • Edition: 2021, Ed. 11th
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Hard Back
  • Year: 1973
₹ 395.00
Ex Tax: ₹ 395.00
Tags: ande , ke , chhilke , : , anya , ekanki , tatha , beej , natak , play , hindi , gagan , notebook