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Literary Criticism - Sahitya Aur Sanskriti

Literary Criticism - Sahitya Aur Sanskriti
मोहन राकेश की प्रतिभा बहुमुखी थी। कहानी, उपन्यास, नाटक-एकांकी, ध्वनि नाटक, बीज नाटक और रंगमंच—इन सभी क्षेत्रों में मोहन राकेश का नाम सर्वोपरि है। इस संकलन में इन विधाओं के विभिन्न पहलुओं पर मोहन राकेश के छिटपुट लेखों को प्रस्तुत किया जा रहा है, जिनसे उनकी दृष्टि को समझने में पर्याप्त सहायता मिलेगी। लेखों के अतिरिक्त इस संकलन में ‘नयी कहानी’ पर एक गोष्ठी, सोवियत नाटककार के साथ एक बातचीत, हेब्बार और रविशंकर के साथ भारतीयता और आधुनिकता के तत्त्व पर एक चर्चा तथा कार्लो कपोला के साथ उनका अन्तिम इंटरव्यू भी है, जो अपने में अति महत्त्वपूर्ण हैं और राकेश की साहित्यिक तथा सांस्कृतिक दृष्टि को आलोकित और रेखांकित करते हैं। साथ ही बासु भट्टाचार्य द्वारा मोहन राकेश का एक अन्तरंग परिचय भी है जो अपने में अभूतपूर्व है।

Literary Criticism - Sahitya Aur Sanskriti

Sahitya Aur Sanskriti - by - Radhakrishna Prakashan

Sahitya Aur Sanskriti -

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  • Stock: 10
  • Model: RKP2665
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: RKP2665
  • ISBN: 0
  • Total Pages: 171p
  • Edition: 2018, Ed. 4th
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Hard Back
  • Year: 1975
₹ 395.00
Ex Tax: ₹ 395.00