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Fiction : Novel - Safed Ghora Kala Sawar

Fiction : Novel - Safed Ghora Kala Sawar
हृदयेश ने अपने इस उपन्यास ‘सफेद घोड़ा काला सवार’ में भारतीय न्याय–व्यवस्था की शव–परीक्षा की है। यह उपन्यास इस व्यवस्था के सारे अन्तर्विरोधों तथा छद्मों को केवल उजागर ही नहीं करता, सामान्य जन के लिए प्रचलित न्याय–प्रणाली की निरर्थकता पर तीव्र टिप्पणी भी करता है। उपन्यास का फलक इतना व्यापक है कि इसमें संगुम्फित छोटी–छोटी कहानियाँ इसे न्याय के नाम पर रचे गए चक्रव्यूह का वृहद् मार्मिक दस्तावेज़ बनाती हैं।उपन्यास में विषयगत नवीनता है, शिल्पगत ताज़गी है और है सार्थक दृष्टि का कलात्मक उपयोग। वस्तुत: यह उपन्यास हिन्दी के उन कुछ श्रेष्ठ उपन्यासों में से है जो स्वतंत्रता के बाद के वर्षों में यथार्थवादी दृष्टि से लिखे गए हैं और जो पाठकों को समसामयिक परुष यथार्थ से परिचित कराने के साथ–साथ उनको बहुत कुछ सोचने को भी मजबूर करते हैं।

Fiction : Novel - Safed Ghora Kala Sawar

Safed Ghora Kala Sawar - by - Rajkamal Prakashan

Safed Ghora Kala Sawar -

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  • Stock: 2-3 Days
  • Model: RKP2262
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: RKP2262
  • ISBN: 0
  • Total Pages: 198p
  • Edition: 2001, Ed. 1st
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Paper Back
  • Year: 2001
₹ 0.00
Ex Tax: ₹ 0.00
Tags: safed , ghora , kala , sawar , fiction , : , novel , hindi , gagan , notebook