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Short stories - Rape Tatha Anya Kahaniyaan - Paperback

Short stories - Rape Tatha Anya Kahaniyaan - Paperback
औरतों के प्रति रेप से बड़ा शायद ही कोई अपराध हो। यह हर उस समाज के मुंह पर करारा तमाचा है जो सभ्य होने का दावा करता है। पर क्या रेप केवल एक अनजान आदमी के हाथों ही होता है? क्या रेप केवल शरीर का ही हो सकता है? प्रस्तुत कहानियां महिलाओं से जुड़े कुछ ऐसे ही सवाल उठाती हैं और पाठकों को उनके उत्तर तलाशने को मजबूर कर देती हैं। उड़ीसा साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित सरोजिनी साहू एक स्त्रीवादी लेखिका के रूप में जानी जाती हैं। आप अंग्रेज़ी पत्रिका ‘इंडियन एज’ की सहायक संपादक हैं और ‘द न्यू इंडियन एक्सप्रेस’ में नियमित रूप से लिखती हैं। आपके उड़िया में आठ उपन्यास और दस कहानी-संग्रह छप चुके हैं।

Short stories - Rape Tatha Anya Kahaniyaan - Paperback

Rape Tatha Anya Kahaniyaan - Paperback - by - Rajpal And Sons

Rape Tatha Anya Kahaniyaan - Paperback - औरतों के प्रति रेप से बड़ा शायद ही कोई अपराध हो। यह हर उस समाज के मुंह पर करारा तमाचा है जो सभ्य होने का दावा करता है। पर क्या रेप केवल एक अनजान आदमी के हाथों ही होता है?

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  • Stock: 10
  • Model: RAJPAL812
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: RAJPAL812
  • ISBN: 9788170289210
  • ISBN: 9788170289210
  • Total Pages: 176
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Paperback
  • Year: 2012
₹ 175.00
Ex Tax: ₹ 175.00