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Classics - Maalgudi Ka Aadamkhor - Paperback

Classics - Maalgudi Ka Aadamkhor - Paperback
विश्व प्रसिद्ध ‘मालगुडी की कहानियां’ की तरह ही आर.के. नारायण के इस उपन्यास की पृष्ठभूमि भी उनका प्रिय काल्पनिक शहर मालगुडी है। यहां रहने वाले नटराज की शांत ज़िंदगी में तब भूचाल आ जाता है, जब उसकी प्रिंटिंग प्रेस की ऊपरी मंज़िल पर वासु डेरा डाल लेता है। वासु अव्वल दर्जे का गुंडा और फसादी है। उसका पेशा मरे हुए जानवरों की खाल में भूसा भर उन्हें सजावटी रूप देना है, इसलिए वह खुलेआम उनका शिकार करता है। यहां तक कि नटराज की प्यारी बिल्ली भी वासु की भेंट चढ़ जाती है और वह कुछ नहीं कर पाता। बड़े शिकार की तलाश में वासु मंदिर के हाथी पर निशाना साधने की फिराक में है। आखिरकार, नटराज भी वासु को सबक सिखाने की ठान लेता है और बड़ी होशियारी और सावधानी से एक-एक कर उसकी सभी चालों को नाकाम कर देता है। मंदिर में नृत्य करने वाली दिलकश रंगी और नटराज का निजी सहायक शास्त्री ‘मालगुडी का आदमख़ोर’ को और भी रंगीन और दिलचस्प बनाते हैं। उनकी बातें और हरकतें भीतर तक गुदगुदा देती हैं।

Classics - Maalgudi Ka Aadamkhor - Paperback

Maalgudi Ka Aadamkhor - Paperback - by - Rajpal And Sons

Maalgudi Ka Aadamkhor - Paperback - विश्व प्रसिद्ध ‘मालगुडी की कहानियां’ की तरह ही आर.

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  • Stock: 10
  • Model: RAJPAL588
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: RAJPAL588
  • ISBN: 9788170288688
  • ISBN: 9788170288688
  • Total Pages: 192
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Paperback
  • Year: 2016
₹ 215.00
Ex Tax: ₹ 215.00