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Essays - Jati Koi Afwah Nahin - Paperback

Essays - Jati Koi Afwah Nahin - Paperback
रोहित वेमुला एक शानदार लेखक थे और उनका लेखन आधुनिक भारत में जाति की पीड़ादायक हक़ीक़त को बयान करता है। 17 जनवरी 2016 को खुदकुशी कर लेने वाले रोहित ने फेसबुक पर आठ साल के अपने लेखन के दौरान गाज़ा से लेकर गाज़ियाबाद तक, शायद ही कोई मुद्दा हो जिस पर टिप्पणी नहीं की हो। जाति से लेकर गाय की राजनीति तक पर लिखी गई इन पोस्टों में वे एक गज़ब की काव्यात्मक भाषा और रेडिकल नज़रिए के साथ अपनी बात कहते हैं, जिसमें ताज़गी है, मुद्दों को सुलझाने की एक ज़िद है और सवाल करने का अपार साहस है।

Essays - Jati Koi Afwah Nahin - Paperback

Jati Koi Afwah Nahin - Paperback - by - Rajpal And Sons

Jati Koi Afwah Nahin - Paperback -

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  • Stock: 10
  • Model: RAJPAL1034
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: RAJPAL1034
  • ISBN: 9789386228130
  • ISBN: 9789386228130
  • Total Pages: 302
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Paperback
  • Year: 2017
₹ 250.00
Ex Tax: ₹ 250.00