General - Sita Ke Paanch Nirnay - Paperback
रामायण मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की गाथा मानी जाती है और उन्हीं को महिमामंडित करती है। भारत से लेकर दक्षिण-पूर्व के दूर-दराज के देशों में रामायण अनेक भाषाओं में उपलब्ध है और हरेक में कुछ अन्तर है, लेकिन सभी मुख्यता श्रीराम को केन्द्र में रखकर लिखी गई हैं। शायद यह पहली बार है कि रामायण की कथा सीता के दृष्टिकोण से बतायी गयी है। देवदत्त पट्टनायक की यह पुस्तक रामायण पर आधारित अनूठी कृति है जिसे पढ़कर अहसास होता है कि रामायण में सबसे महत्त्वपूर्ण भूमिका शायद सीता की थी और पाठक के मन में सीता की एक नयी छवि उजागर होती है - अपनी स्वतन्त्र सोच और स्वयं निर्णय करने की हिम्मत रखने वाली सीता की, जबकि जनसाधारण में यह विश्वास है कि सीता वही करती थीं जो श्रीराम कहते थे।
General - Sita Ke Paanch Nirnay - Paperback
Sita Ke Paanch Nirnay - Paperback - by - Rajpal And Sons
Sita Ke Paanch Nirnay - Paperback -
- Stock: 10
- Model: RAJPAL657
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: RAJPAL657
- ISBN: 9789350643884
- ISBN: 9789350643884
- Total Pages: 128
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Paperback
- Year: 2017
₹ 195.00
Ex Tax: ₹ 195.00