General - Jeevan Ek Anveshan - Paperback
‘‘मैं आपको सबसे छोटी, सबसे सीधी राह बताऊँ; आप जानना चाहेंगे? ये है सिर्फ़ अवलोकन करना और फिर वहीं समाप्ति। मतलब कि अवलोकन करना, देखना, ताकि कोई अवलोकनकर्ता, देखने वाला न हो, बगैर उस अतीत के अवलोकन करना। केवल तभी आप भय की उस सकलता को, पूरेपन को देख पाते हैं, और वह खत्म हो जाता है। यह अपरोक्ष, सीधा-सादा है, अगर आप इसे कर पाएँ तो...’’ ‘जीवन एक अन्वेषण’ में जिड्डू कृष्णमूर्ति तथा जीने की कला के सह-अध्येताओं के बीच चौदह सघन संवादों का संचयन है। इन संवादों में ध्यान से सुनने के, आग्रहों और निष्पत्तियों से मुक्त रहने के एवं जीवन के गहरे प्रश्नों तथा व्यापक व नित्यनूतन प्रत्यक्ष बोध की सतत् तहकीकात के पथ-संकेत उजागर होते हैं। ¬जो प्रयोगधर्मी हैं, एवं स्वयं को जानने की प्रक्रियाओं में गहरे पैठना चाहते हैं, उनके लिए यह किताब अनमोल साबित होगी।
General - Jeevan Ek Anveshan - Paperback
Jeevan Ek Anveshan - Paperback - by - Rajpal And Sons
Jeevan Ek Anveshan - Paperback - ‘‘मैं आपको सबसे छोटी, सबसे सीधी राह बताऊँ; आप जानना चाहेंगे?
- Stock: 10
- Model: RAJPAL458
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: RAJPAL458
- ISBN: 9789386534385
- ISBN: 9789386534385
- Total Pages: 304
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Paperback
- Year: 2018
₹ 395.00
Ex Tax: ₹ 395.00