हरिवंशराय बच्चन अपनी प्रसिद्ध कविता ‘मधुशाला’ के लिए तो जाने ही जाते हैं लेकिन उन्होंने बच्चों के लिए भी कविताएँ लिखीं, यह शायद बहुत कम लोग जानते हैं। इस पुस्तक में उनकी वे बाल-कविताएँ हैं, जो उन्होंने अपनी पौत्री नीलिमा के पाँचवें जन्मदिन पर लिखी थीं।..
अमृतलाल नागर की गिनती हिन्दी के अग्रणी साहित्यकारों में होती है। उपन्यास और कहानी के अतिरिक्त उन्होंने बच्चों के लिए कविताएं भी लिखीं। प्रस्तुत पुस्तक की कविताएँ बच्चों का मनोरंजन करने के साथ-साथ उन्हें संस्कार भी देती हैं।..