General - Panchatantra - Ii - Paperback
उस समय से, जब हम बच्चे थे, हमें कहानियाँ सुनाई जाती थी जो कि बाद में हमने अपने बच्चों को सुनाई । 'पंचतन्त्र' का मतलब है- पाँच सिद्धान्त । ये शिक्षाप्रद कहानियाँ, जो कि पशुओं की दंतकथाओं की तरह हमें इस प्रकार से सुनाई गईं कि हम उनकी कल्पना कर सकें, हमारी पुरानी मौलिक परम्परा पर आधारित है । ये न सिर्फ हमारा मनोरंजन करेंगी बल्कि हमें पाठ भी पढ़ाएंगी जिससे कि हम अपने जीवन में आने वाली व्यावहारिक कठिनाइयों का सामना कर सकें । पंचतन्त्र की कथाएँ हमारी पुराने समय दो बुद्धिमत्ता एवं शीघ्र निर्णय लेने वाली कहानियों-हितोपदेश तथा जातक कथाओं दो श्रृंखला हैं जिसमें कुछ वे पुरानी कहानियाँ भी हैं जो हमें आज भी लुभाती हैं । हर कथा आपको अभिभूत बाए देगी कि किस तरह एक छोटी-सी कथा एक खास सन्देश देते हुए हमारी रोजमर्रा की जिन्दगी पर गहरा असर डालती है ।
General - Panchatantra - Ii - Paperback
Panchatantra - Ii - Paperback - by - Rajpal And Sons
Panchatantra - Ii - Paperback -
- Stock: 10
- Model: RAJPAL1087
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: RAJPAL1087
- ISBN: 9788170289913
- ISBN: 9788170289913
- Total Pages: 16
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Paperback
- Year: 2012
₹ 50.00
Ex Tax: ₹ 50.00