प्रत्येक व्यक्ति में अनेक क्षमताएँ और योग्यताएँ होती हैं जिनका विकास करके मनुष्य अपना वास्तविक रूप, अपना विराट रूप पा सकता है। इन गुणों के विकास से सफलता पाना सुलभ हो जाता है। यही इस पुस्तक का विषय है, जिसे सरल भाषा और रोचक शैली में प्रस्तुत किया गया है।..