पुरातन काल में नारी और काम, दोनों विषयों पर हमारे देश में बहुत कुछ लिखा गया। वात्स्यायन द्वारा रचित ‘कामसूत्र’ में तथा चरक और सुश्रुत के आयुर्वेद गन्थों में नारी के काम से सम्बन्धित कई पहलुओं पर ज्ञान प्राप्त हुआ। आयुर्वेद के आचार्यों ने गर्भ, प्रसव आदि विषयों पर भी बहुत विस्तार से लिखा। किन्तु पुरु..
‘नारी शरीर के रहस्य’ सरल और दिलचस्प शैली में रची गई अनूठी पुस्तक है। इसमें नारी शरीर के भीतर छुपी विराट दुनिया, उसके सातों सुरों और सम्पूर्ण रागों की सुरुचिपूर्ण प्रामाणिक व्याख्या है। किशोर अवस्था से प्रौढ़ा होने तक नारी के शरीर में क्या-क्या परिवर्तन आते हैं—तरुणाई में तन-मन कैसे सयानेपन की ओर बढ़ ए..
जीवन में सुख और ख़ुशियों के रंग भरने के लिए अपनी देह और मन के बारे में जानना हर स्त्री के लिए ज़रूरी है। इसी से वह अपने भीतर के रचना-संसार, उसकी बनावट और व्यवहार को ठीक से समझ सकती है और सामान्य–असामान्य की पहचान कर सकती है। अत्यन्त सरल और दिलचस्प शैली में रची गई यह पुस्तक नारी शरीर की दुनिया, मासिक ..
ज्यादा तेल इस्तेमाल करने से ख़राब पोषण अनेक बीमारियाँ और ह्रदय रोग होते है। मौत भी हो सकती है। आधुनिक नकारात्मक स्वास्थ्य वाली जीवन शैली को देखते हुए संजीव कूपर घर का खाना खाने के प्रबल समर्थक हैं। अब उन्होंने हमला बोला है बुरे कोलेस्ट्रोल, लिपिड्स और ट्रांस फॅट्स पर इस संग्रह द्वारा जिसमें खाना पकात..
ज्यादा तेल इस्तेमाल करने से ख़राब पोषण अनेक बीमारियाँ और ह्रदय रोग होते है। मौत भी हो सकती है। आधुनिक नकारात्मक स्वास्थ्य वाली जीवन शैली को देखते हुए संजीव कूपर घर का खाना खाने के प्रबल समर्थक हैं। अब उन्होंने हमला बोला है बुरे कोलेस्ट्रोल, लिपिड्स और ट्रांस फॅट्स पर इस संग्रह द्वारा जिसमें खाना पकात..
आयुर्वेद के मूलभूत सिद्धान्तों के अनुसार, पित्त और कफ में से किसी एक के असन्तुलन से मानसिक अवस्था में तो परिवर्तन आता ही है, उससे शरीर पर कई बुरे प्रभाव पड़ते हैं। पतंजलि योग में वर्णित अष्टांग योग के प्रथम तीन अंगों—यम, नियम और आसन से त्रिदोष सन्तुलन में बड़ी सहायता मिलती है।योग और आयुर्वेद दोनों ह..
शरीर के अन्य रोगों की भाँति पेट के रोगों के निदान (Diagnosis) एवं इलाज (Treatment) के ढंग में भी आमूल-चूल बदलाव आया है। एक साधारण व्यक्ति को पेट के रोगों के बारे में कम से कम इतनी जानकारी होनी चाहिए कि वह सही ढंग से अपने रोग को समझ सके तथा सही समय पर उचित इलाज करा सके।इस पुस्तक के माध्यम से पेट के..
प्रस्तुत पुस्तक प्राकृतिक चिकित्सा के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए उसके सिद्धान्तों और उसकी विभिन्न विधियों पर विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराती है। अलग-अलग अध्याय में—रोग क्या है, रोग के प्रकार और उसका वर्गीकरण, स्वस्थ, जीवन के लिए उपयोगी सुझाव, सन्तुलित आहार और स्वस्थ जीवन, भोजन करने की सही विधि, वृद्..
प्रख्यात डॉक्टर, लेखक और स्तम्भकार डॉ. यतीश अग्रवाल की यह कृति हर दिन सामने आनेवाली स्वास्थ्य उलझनों का सरल समाधान प्रस्तुत करती है। पुस्तक के प्रथम खंड में छोटी–छोटी सावधानियों और शरीर की देखरेख के बारे में अनेक उपयोगी जानकारियाँ हैं; जैसे—बालों की साज–सँभाल, अच्छी नींद के नुस्खे, लो ब्लड प्रेशर क..
– प्रस्तुत पुस्तक अच्छी तन्दुरुस्ती बनाए रखने में और बीमारियों को सहज ही भगा देने में पूरी-पूरी मदद करेगी।अचूक इलाज की सभी तरकीबें : ठीक-ठीक खाना, हवा, धूप, पानी और मिट्टी का इस्तेमाल, कसरत और आराम के तरीक़े, अलग-अलग बीमारियों के इलाज के तरीक़े इस पुस्तक में बताए गए हैं।तन्दुरुस्ती का मसला बहुत ..
आज के युग की प्रमुख बीमारियों-जैसे हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, दमा, क्षय रोग, पीलिया इत्यादि जिगर के कई हेपेटाइटिस रोग, कैंसर, एड्स आदि-की विस्तृत जानकारी, उनके लक्षण, बचाव तथा सरल इलाज का सही अधिकृत ज्ञान इस पुस्तक से प्राप्त करें और अपने परिवार तथा बंधु-बांधवों को लाभ पहुँचाएं।..