चेखव संसार के श्रेष्ठ कहानीकारों में से हैं। उन्होंने अपनी कला को चमत्कारी बनाने के लिए न तो अनोखी घटनाएँ ढूँढ़ीं हैं, न अनूठे पात्रों की सृष्टि की है। उनके पात्र ऐसे हैं, जिनसे अपने नित्य प्रति के जीवन में हम अकसर मिलते हैं। खासतौर से उच्च वर्गों के आडंबरपूर्ण जीवन में, उनके बनावटी शिष्टाचार के नीच..
आधुनिक भारतीय मनीषा के अग्रणी उन्नायकों में से एक स्वामी विवेकानन्द विषयक इस पुस्तक का आधार उनके जीवन का वह समय है जो उन्होंने छत्तीसगढ़ की भूमि पर रायपुर में बिताया। उनकी ओजस्वी चेतना के जो स्फुलिंग 11 सितम्बर, 1893 को शिकागो में विस्फोटक ढंग से दुनिया के सामने आए, उनके कुछ बीज निश्चय ही किशोरावस्था..
चीन आज भारत के लिए एक बाह्य सुरक्षा संकट होने के साथ ही आतंकवाद का पोषक व गंभीर आर्थिक चुनौतियों का कारण भी बनता जा रहा है। सन् 1962 में आक्रमण करके हमारे 38,000 वर्ग किमी. क्षेत्रफल अक्साई चिन के पठार पर अधिकार कर लेने के बाद आज भी वह भारत की 90,000 वर्ग किमी. भूमि को जब चाहे अपना कहकर हमारी सीमा म..
चित्रलेखा’ न केवल भगवतीचरण वर्मा को एक उपन्यासकार के रूप में प्रतिष्ठा दिलानेवाला पहला उपन्यास है, बल्कि हिन्दी के उन विरले उपन्यासों में भी गणनीय है, जिनकी लोकप्रियता बराबर काल की सीमा को लाँघती रही है।‘चित्रलेखा’ की कथा पाप और पुण्य की समस्या पर आधारित है। पाप क्या है? उसका निवास कहाँ है? —इन प..
अपने प्रकाशन के लगभग तत्काल बाद से ही 'चित्रलेखा' किसी-न-किसी रूप में चर्चा और विवादों में रही है। लेकिन उसका खुमार आज भी बना हुआ है। जैसा कि प्राय: कोई न ज़मीन तोड़नेवाली हर रचना के साथ होता है, वह अपने साथ अनेक प्रश्नों और विवादों को भी लेकर आती है। 'चित्रलेखा' के साथ भी यह सच है। एक ओर यदि वैचारिक..
CTET / TETs शिक्षक पात्रता परीक्षा बाल विकास एवं शिक्षण शास्त्र विषय पर आधारित इस पुस्तक में परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए अभ्यास हेतु 40 प्रैक्टिस सेट्स और 34 साल्व्ड पेपर्स के रूप में प्रश्नोत्तरों को संकलित किया गया है।इसमें सभी प्रश्नों के उत्तर व्याख्या सहित दिए गए हैं| सरल और सहज भाषा में ..
CTET / TETs शिक्षक पात्रता परीक्षा हेतु हिन्दी भाषा विषय के लिए तैयार की गयी वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तरी की इस पुस्तक में परीक्षार्थियों की सुविधा हेतु 45 प्रैक्टिस और 58 साल्व्ड पेपर्स के रूप में 2800+ से अधिक वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तरों का संकलन किया गया है।इसमें सभी प्रश्नों के उत्तर व्याख्या सहित दिए..
CTET / TETs शिक्षक पात्रता परीक्षा पर्यावरण अध्ययन विषय के लिए तैयार की गयी प्रस्तुत पुस्तक में परीक्षार्थियों की सुविधा एवं अभ्यास हेतु 50 प्रैक्टिस सेट्स और 31 साल्व्ड पेपर्स के रूप में 2300+ से अधिक वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तरों का संकलन किया गया है।इसमें सभी प्रश्नों के उत्तर व्याख्या सहित दिए गए ह..
दलित समाज की पीड़ा सबसे पहले पन्द्रहवीं-सोलहवीं सदी में भक्तिकाल के सन्तों की रचनाओं में मुखरित हुई और उन्होंने निर्भीकता से समाज में फैली इन कुरीतियों के विरुद्ध आवाज़ बुलंद की। उस समय के घोर रूढ़िवादी समाज में यह एक बहुत बड़ा साहस और जोखिम से भरा कदम था। उन्नीसवीं सदी में दलित चेतना के स्वर पहले महारा..
“मैंने आपसे अपने शिष्य को दीक्षा देने का अनुरोध किया था।” “किसको दीक्षा?” “जिसको आपने शिक्षा दी है, एकलव्य को।” “उसको मैंने शिक्षा नहीं दी है।” आचार्य ने बड़ी रुक्षता से कहा, “उसे तो मेरे मूर्ति ने शिक्षा दी है। एकलव्य को यदि दीक्षा लेनी है तो उसी मूर्ति से ले।” अब तो हिरण्यधनु के रक्त में उबाल आ गय..