अन्तरिक्ष मानव के लिए एक रहस्यमय चुनौती है, जिसे वह समझने और जीतने का निरंतर प्रयास करता रहा है। 1961 में पहली बार मनुष्य अन्तरिक्ष में गया; तब से लेकर अन्तरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में अनेक कीर्तिमान बने हैं। इन सब कीर्तिमानों की जानकारी इस पुस्तक में प्रस्तुत है। सामान्य पाठक, बुद्धिजीवी, विद्यार्थ..
संवेदनशील कथाकार अखिलेश का पहला उपन्यास ‘अन्वेषण’ जीवन-संग्राम की एक विराट् प्रयोगशाला है जहाँ उच्छल प्रेम, श्रमाकांक्षी भुजाओं और जन-विह्वल आवेगों को हर पल एक अम्ल परीक्षण से गुज़रना पड़ता है। सहज मानवीय ऊर्जा से भरा इसका नायक एक चरित्र नहीं, हमारे समय की आत्मा की मुक्ति की छटपटाहट का प्रतीक है। उसम..
‘‘मैं आपको सबसे छोटी, सबसे सीधी राह बताऊँ; आप जानना चाहेंगे? ये है सिर्फ़ अवलोकन करना और फिर वहीं समाप्ति। मतलब कि अवलोकन करना, देखना, ताकि कोई अवलोकनकर्ता, देखने वाला न हो, बगैर उस अतीत के अवलोकन करना। केवल तभी आप भय की उस सकलता को, पूरेपन को देख पाते हैं, और वह खत्म हो जाता है। यह अपरोक्ष, सीधा-साद..
अतीत के दीपक से वर्तमान को प्रकाशित करने का प्रयत्न है ‘श्रीरामायण महान्वेषणम्’।—नीरज जैन प्रतिष्ठित हिन्दी कवि, सतना (म.प्र.)“I have no doubt that ‘Sri Ramayana Mahanveshanam’ will remain a milestone not only in the history of Kannada literature or Hindi literature, but in the history of Indian..