प्रसिद्ध पाकिस्तानी शायर अहमद फ़राज़ की चुनी हुई शायरी जो अपने देश से ज्यादा दूसरे देशों में रहे और रहते हैं और एक जलावतन शायर के रूप में मानो समूचे एशिया की आवाज़ बनकर खड़े हैं। उनकी शायरी में पाकिस्तान की ज़िन्दगी का जिसमें आग, धुआँ, मारकाट, लूटपाट आदि आए दिन होते रहते हैं और हर किसी पर ख़ौफ़ के साये लह..
इस अत्यंत लोकप्रिय पुस्तक-माला की शुरुआत 1960 के दशक में हुई जब पहली बार नागरी लिपि में उर्दू की चुनी हुई शायरी के संकलन प्रकाशित कर राजपाल एण्ड सन्ज़ ने हिन्दी पाठकों को उर्दू शायरी का लुत्फ़ उठाने का अवसर प्रदान किया। इस पुस्तक-माला का संपादन उर्दू के सुप्रसिद्ध संपादक प्रकाश पंडित ने किया था। हर ..
एक साथ पहली बार एक किताब में एक पाकिस्तानी और एक हिन्दुस्तानी शायर की ग़ज़लें इस किताब में जो एक पाकिस्तानी और एक हिन्दुस्तानी शायर एक साथ शामिल किए गए हैं उनकी ख़ासियत है कि वो अपनी ग़ज़लों में बिलकुल अलग क़िस्म और अनछुए मुद्दों को उठाते हैं। पाकिस्तान के शायर अज़हर फ़राग़ की शायरी की विशेषता उनके ..