भारत में हर साल बड़ी संख्या में निर्दोष लोग आदमख़ोर शेरों और तेन्दुओं के शिकार होते हैं। इन मांसाहारी पशुओं का स्वाभाविक आहार वन्य प्राणी हैं तो फिर ये इन्सानों को क्यों खाने लगते हैं? क्या इन बेगुनाह लोगों के जीवन की रक्षा की जा सकती है? इस पुस्तक में आदमख़ोरों के बीच लोमहर्षक शिकार-कथाओं के साथ-स..