नीतिशास्त्र में कहा गया है कि यदि किसी को अपना मानव जीवन सार्थक करना हो तो उसे सत्पुरुषों का सत्संग, धर्मशास्त्रों तथा सत्साहित्य का अध्ययन करना चाहिए। गीता में कहा गया है कि जो महापुरुषों के श्रीमुख से कल्याणकारी बातें सुनकर उनकी उपासना-अनुसरण करते हैं, उनका जीवन सहज ही में आदर्श बन जाता है।
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आधुनिक शिक्षा व्यवस्था केवल उच्च और मध्यम वर्गों की सेवा करती है। निम्न-मध्य और निम्न वर्गों के विद्यार्थी इसमें अपनी वास्तविकताओं के बरक्स खड़ी दुनियाओं के अनुकरण से ज़्यादा कुछ हासिल नहीं करते। कुछ प्रयास इस दिशा में ज़रूर हुए हैं कि वंचित और हाशिए पर पड़े लोगों तक शिक्षा पहुँचे, लेकिन वह किस रूप म..
शिक्षक कैसे हो? इस प्रश्न का उत्तर अलग-अलग स्तर पर अलग-अलग प्रकार से दिया जा सकता है। यहाँ पर हम प्राथमिक शिक्षक एवं माध्यामिक शिक्षक की भूमिका की चर्चा करेंगे। विषय को बहुत विस्तुत रूप में लिया जा सकता है; परंतु पुस्तक को एक संक्षिप्त स्वरूप में ही प्रस्तुत करना अभीष्ट था, अतः बहुत विस्तार नहीं किय..
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी भारत गणराज्य के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। वह भारतवासियों के हृदय में एक राष्ट्रवादी चिंतक, प्रखर वक्ता और साहित्यानुरागी राजनेता के रूप में प्रतिष्ठित हैं। उन्होंने अपने दीर्घकालिक राजनीतिक जीवन में भारतीय समाज और संस्कृति के बारे में गहन चिंतन किया है। उनकी राजनीतिक दृष..
पुस्तक के बारे में :
प्रस्तुत पुस्तक ‘सामान्य नर्सिंग एवं मिडवाइफरी (जी. एन. एम.)’ परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी है। पुस्तक को चार भागों सामान्य विज्ञान, सामान्य ज्ञान, जनरल अंग्रेजी तथा प्रैक्टिस सेट्स में नियोजित किया गया है। सहज सरल शब्दों में प्रत्येक विषय पर क्रमबद्..
प्रस्तुत पुस्तक में प्रौढ़ शिक्षा की समीक्षा अंग्रेजी शासनकाल से लेकर वर्तमान काल तक की गई है; परंतु वर्तमान पर विशेष ध्यान दिया गया है ।
प्रौढ़ शिक्षा पर गठित समितियों तथा विशेषज्ञ दलों की संस्तुतियों का विश्लेषण भी किया गया है ।
प्रौढ़ शिक्षा के क्षेत्र में चलाई जानेवाली शैक्षिक योजनाओं के विस्तृत..
हमारी शिक्षण-संस्थाओं का यह कर्तव्य है कि वे छात्रों को, समाज को उन कार्यों के योग्य बनाएँ, जो उनके सामने आने वाले हैं। शिक्षण-संस्थाओं का यह काम है कि वे ऐसा वातावरण पैदा करें, जिसमें गुण विकसित हो और उनके प्रभाव में पलनेवाले व्यक्तियों को आवश्यक योग्यताएँ प्राप्त हों ।
...... प्राचीन भारत की स..
बिहार विधालय परीक्षा समिति, पटना
माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा STET-2019
अनिवार्य विषय शिक्षण कला एवं अन्य दक्षताएँ
पेपर-I एवं II (कक्षा 9 से 12 के लिए)
थ्योरी + 30 प्रैक्टिस सेट्स ..