‘अलाव’ युवा संपादक हिमांशु द्विवेदी के लेखों, साक्षात्कारों का संग्रह मात्र नहीं है, बल्कि एक निरंतर जागरूक और जलती हुई संवेदनाओं की समसामयिक प्रतिक्रियाओं का संगम भी है। हालाँकि संपादकीयों की भाषा एवं शैली सामान्यत: संतुलित, तार्किक तथा भावुकता से बचती हुई ठंडे चिंतन की भाषा होती है, लेकिन हिमांशु ..