MPPEB मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा-2020 बाल विकास एवं शिक्षण शास्त्र 40 प्रैक्टिस सेट्स
1200 वस्तुनिष्ठ प्रश्न
संशोधित पाठ्यक्रम जनवरी 2020 के अनुसार विषय-सूचीबाल विकास एवं शिक्षण शात्र —Pgs. 1-158• वृद्धि एवं विकास —Pgs. 3• शिक्षण एवं मूल्य —..
MPPEB मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड
प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा-2020 वस्तुनिष्ठ बाल विकास एवं शिक्षण शास्त्र 80 प्रैक्टिस सेट्स
2400 वस्तुनिष्ठ प्रश्न
संशोधित पाठ्यक्रम जनवरी 2020 के अनुसार विषय-सूचीप्रैक्टिस सेट्स —Pgs. 1-126• प्रैक्टिस सेट-1 —Pgs. 3• प्रैक्टिस सेट-2 —P..
‘दशरूपक’ के लेखक विष्णु-पुत्र धनंजय हैं जो मुंजराज (974-995 ई.) के सभासद थे। भरत के नाट्यशास्त्र को अति विस्तीर्ण समझकर उन्होंने इस ग्रन्थ में नाट्यशास्त्रीय उपयोगी बातों को संक्षिप्त करके कारिकाओं में यह ग्रन्थ लिखा। कुछ अपवादों को छोड़ दिया जाए तो अधिकांश कारिकाएँ अनुष्टुप छन्दों में लिखी गई हैं। ..
हिन्दी कविता की धारा में गजानन माधव मुक्तिबोध का हस्तक्षेप जितना निर्णायक रहा, उतनी ही महत्त्वपूर्ण भूमिका आलोचना के पैमानों को तय करने में भी उनकी रही। ‘नये साहित्य का सौन्दर्यशास्त्र’ में संकलित आलेखों से आगे के आलोचकों को न सिर्फ़ कविता और साहित्य को समझने की दृष्टि प्राप्त हुई, बल्कि कवियों और र..
आधुनिक हिन्दी समीक्षा के स्वरूप विश्व में पौर्वात्य से कहीं अधिक पाश्चात्य समीक्षा-दर्शन का अनुप्रभाव परिलक्षित हो रहा है। आज विश्वविद्यालयों और प्रतियोगी परीक्षाओं में जिन समीक्षा-सिद्धान्तों, आलोचनात्मक प्रत्ययों, समीक्षा-आन्दोलनों की चर्चा का विषय बनाया जा रहा है, प्रश्नांकनों की कसौटी पर कसा जा ..
हिन्दी आलोचना इस अर्थ में सदैव प्रयोगधर्मी और नवोन्मेषकारी रही है कि उसने पश्चिम में उभरे साहित्य-सिद्धान्तों को भरपूर उत्साह के साथ न सिर्फ़ ग्रहण किया, बल्कि उस पर अपने स्थानीय नज़रिए से चिन्तन-मनन भी किया। इस प्रक्रिया में एक तरफ़ भारतीय साहित्य आलोचना समृद्ध हुई तो साथ ही हमें रचना के सत्य तक पह..