कबीर के विचार खुली हवा के झोंकों की तरह हैं, जो मन के कोने में छिपी गाँठों को खोलकर हमें खुली हवा में साँस लेकर खुशहाल जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं। कबीर के विचार सामाजिक परिप्रेक्ष्य में ही नहीं, वरन् कॉरपोरेट वर्ल्ड में भी कदम-कदम पर हमारे काम आते हैं। वे बताते हैं कि दर्शन का संतुलन कार्य से और ..
याद रखें, सफलता पाने के लिए अमीरी-गरीबी, ऊँच-नीच, जाति-धर्म आदि कोई मायने नहीं रखते। हाशिए पर खड़ा एक सबसे गरीब आदमी भी बड़ी आसानी से वांछित सफलता हासिल कर सकता है और वहीं पहुँच सकता है, जहाँ एक अमीर आदमी बहुत कुछ करके भी इससे वंचित रह जाए।
दरअसल, सफलता एक सरल-सहज, समर्पित जीवन-पद्धति द्वारा सहज ही..
‘कामयाब होना ही है’ विद्यार्थियों के लिए एक अत्यंत प्रेरक और मार्गदर्शक पुस्तक है। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए केवल किताबी ज्ञान ही पर्याप्त नहीं है; बल्कि धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष का ज्ञान भी उतना ही आवश्यक है क्योंकि इन्हीं में सारे सांसारिक ज्ञान निहित हैं। इनका अनुसरण और अनुपालन कर प..
इस पुस्तक ‘कामयाबी Unlimited’ में विमान यात्रा के रूपक का इस्तेमाल किया गया है। इससे आप अधिक बड़ी उपलब्धि, आनंद तथा आत्म-तुष्टि के मार्ग की ओर अग्रसर होने के लिए नक्शा तैयार कर सकते हैं।
इन सिद्धांतों को अपनाकर ब्रायन स्वयं बेहद गरीबी से ऊपर उठकर अमीरी तक पहुँचे। निजी उपलब्धियों की बदौलत ब्रायन ने ..
प्रस्तुत पुस्तक ‘कर्म ही पूजा है’ में समाहित ज्ञान छोटे बच्चों से लेकर किसी भी आयु वर्ग के लिए उपादेय होगा। पुस्तक के पाठक, शिक्षक का भी कर्तव्य बनता है कि पुस्तक के छिपे ज्ञान के खजाने को बच्चों में पठन के प्रति रुचि उत्पन्न कर उन तक पहुँचाना एक श्रेयस्कर कदम होगा।
इस पुस्तक में प्रकाशित महापुरुषो..
कोई व्यक्ति, जो अपने घर में खूब सफाई और व्यवस्था बनाए रखता है, वह अपने कार्य-स्थल पर जाकर सबकुछ भूल क्यों जाता है? क्या इसका कारण आलस्य है? या फिर वह अपने कार्य-स्थल पर सफाई रखना पसंद ही नहीं करता? या ज्यादा काम के कारण उसे सफाई का समय ही नहीं मिल पाता? या फिर उदासीनता इसका कारण है? लेकिन क्यों? दर..
जैसे कुम्हार गीली मिट्टी से मनचाहा आकार गढ़ता है, फिर उन्हें पक्का करने के लिए भट्ठी में पकाता है, वैसे ही बच्चे भी गीली मिट्टी हैं, जिन्हें आप बेहतर व मनचाहे आकार में ढाल सकते हैं। उन्हें पक्का करने के लिए आपको भी उन्हें समय और व्यावहारिकता की भट्ठी में पकाना होगा। तभी वे मजबूत बनेंगे। यह आप पर निर..
कभी-कभी जब हमें दर्द व भय महसूस होता है तो हम किसी अन्य की ओर देखते हैं कि वह आकर हमें बचाएगा, हमारे लिए कुछ करेगा। पर जैसे ही हम अपनी अंतरात्मा से संबंध जोड़ते हैं, वैसे ही हमारे जीवन की गुणवत्ता का सुधार होना शुरू हो जाता है। यह एक बहुत आश्चर्यजनक अनुभव है कि हमें किसी और के ऊपर निर्भर नहीं होना ..
कभी-कभी जब हमें दर्द व भय महसूस होता है तो हम किसी अन्य की ओर देखते हैं कि वह आकर हमें बचाएगा, हमारे लिए कुछ करेगा। पर जैसे ही हम अपनी अंतरात्मा से संबंध जोड़ते हैं, वैसे ही हमारे जीवन की गुणवत्ता का सुधार होना शुरू हो जाता है। यह एक बहुत आश्चर्यजनक अनुभव है कि हमें किसी और के ऊपर निर्भर नहीं होना ..
‘खुद से प्रेम करो’—अपनी आँखों में गहराई से देखना और एफर्मेशंस (दृढ़ वचन) दोहराना—स्वयं से प्रेम करना सीखने और दुनिया को एक सुरक्षित एवं प्रेम करने वाले स्थान के रूप में देखने के लिए सबसे प्रभावी तरीका है। प्रसिद्ध सेल्फ-हेल्फ लेखिका लुइस एल. हे लोगों को मिरर वर्क (खुद से प्रेम करो) करना तब से सिखा र..
आज के समाज में तनावयुक्त संबंधों के चलते दुनिया में तलाक के मामले बढ़ रहे हैं। संयुक्त परिवार के स्थान पर एकल परिवार बढ़ रहे हैं, तो तज्जन्य समस्याएँ भी बढ़ रही हैं। ऐसे में हमें परिवार का महत्त्व समझ आने लगा है।
हमारे परिवारजन ही हमारे सच्चे मित्र हैं। हम जिस तरह से अपने परिवार के साथ समय बिताते ह..
युवा वर्ग के जीवन का महत्त्वपूर्ण संबल है अच्छा स्वास्थ्य। पोषण एवं यौन स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी को आसान तरीके से प्रस्तुत करने का प्रयास है। सही जानकारी के अभाव में युवा कई तरह के यौन संक्रमण एवं उससे होनेवाली जटिल समस्याओं के शिकार होते हैं।
ऐसे कई नाजुक एवं जरूरी विषयों को हमने छुआ है।
आज ह..