जीवनी - Yadon Ka Karvan (Pb)
शोहरत की चकाचौंध से परे, हिंदी फिल्मों के लोकप्रिय सितारे कैसे हँसते और सिसकते हैं, ऐसे सर्वथा अनछुए-अनजाने प्रसंगों के सफर का नाम है ‘यादों का कारवाँ’। सच्ची मगर अनूठी घटनाओं से प्रेरित यह पुस्तक पंद्रह तिलस्मी सितारों के अनमोल जीवन-दर्शन के साथ यह भी दरशाती है कि वे भी कैसे राग-द्वेष के शिकार होते हैं। सरल और सरस भाषा में यह पुस्तक सिनेमा-जगत् के उन पहलुओं से अवगत कराती है, जो आमतौर पर जनता के सामने उजागर नहीं होते। व्यक्तिगत प्रसंगों द्वारा सितारों के बाहरी आवरण के पीछे छिपे सार्थक व्यक्तित्व से मुलाकात के अलावा पुस्तक सत्यापित करती है कि संतों की सूक्ति ‘यश-अपयश विधि हाथ’ कितनी सटीक है, क्योंकि काल के मोहरे होते हुए भी ये कलाकार अगर प्रसिद्धि और धन-दौलत के शिखर फतह करते हैं तो सिर्फ इसलिए कि प्रभु की इन पर विशेष कृपा होती है। संवेदनशील कथाओं के इस संकलन में प्रेरणा के अनेक ऐसे पुष्प गुँथे हैं, जिनसे हर पाठक अपनी जीवन-यात्रा को और अधिक सुरभित सुगंध से निखार सकता है।अनुक्रमभूमिका —Pgs. 5मेरे दिल की क़लम से... —Pgs. 71.कर्मयोगी देव : देव आनंद —Pgs. 132.उत्कृष्टता और साहस का संगम : आशा भोसले—Pgs. 223.मनोज कुमार : सफलता अपने दम पर—Pgs. 324.प्यारेलाल : धड़कनों के जादूगर—Pgs. 415. कुंदन शाह : डर का ग़ुलाम—Pgs. 506.अद्वितीय अभिनेता, अद्भुत इन्सान : दिलीप कुमार—Pgs. 647.ख़य्याम : रेशमी धुनों के बुनकर—Pgs. 768. नक़्श लायलपुरी : शालीन शायरी के शालीन शायर —Pgs. 879. महेश भट्ट : जज़्बाती मगर मज़बूत इन्सान —Pgs.9710.अमिताभ बच्चन : ईश्वरीय वरदान से सराबोर शख़्सियत—Pgs. 10611.सागर सरहदी : बाज़ार से लड़ता सिपाही—Pgs. 11812. सुनील दत्त : एक निष्कलंक, ईमानदार इन्सान—Pgs. 12913.शाहरुख़ ख़ान : तक़दीर का बादशाह—Pgs.13814.पद्मिनी कोल्हापुरे : सादगी पसंद घरेलू हीरोइन —Pgs.14915.सलमान ख़ान : नेक संवेदनशील इन्सान—Pgs. 158
जीवनी - Yadon Ka Karvan (Pb)
Yadon Ka Karvan (Pb) - by - Prabhat Prakashan
Yadon Ka Karvan (Pb) - शोहरत की चकाचौंध से परे, हिंदी फिल्मों के लोकप्रिय सितारे कैसे हँसते और सिसकते हैं, ऐसे सर्वथा अनछुए-अनजाने प्रसंगों के सफर का नाम है ‘यादों का कारवाँ’। सच्ची मगर अनूठी घटनाओं से प्रेरित यह पुस्तक पंद्रह तिलस्मी सितारों के अनमोल जीवन-दर्शन के साथ यह भी दरशाती है कि वे भी कैसे राग-द्वेष के शिकार होते हैं। सरल और सरस भाषा में यह पुस्तक सिनेमा-जगत् के उन पहलुओं से अवगत कराती है, जो आमतौर पर जनता के सामने उजागर नहीं होते। व्यक्तिगत प्रसंगों द्वारा सितारों के बाहरी आवरण के पीछे छिपे सार्थक व्यक्तित्व से मुलाकात के अलावा पुस्तक सत्यापित करती है कि संतों की सूक्ति ‘यश-अपयश विधि हाथ’ कितनी सटीक है, क्योंकि काल के मोहरे होते हुए भी ये कलाकार अगर प्रसिद्धि और धन-दौलत के शिखर फतह करते हैं तो सिर्फ इसलिए कि प्रभु की इन पर विशेष कृपा होती है। संवेदनशील कथाओं के इस संकलन में प्रेरणा के अनेक ऐसे पुष्प गुँथे हैं, जिनसे हर पाठक अपनी जीवन-यात्रा को और अधिक सुरभित सुगंध से निखार सकता है।अनुक्रमभूमिका —Pgs.
- Stock: 10
- Model: PP1077
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: PP1077
- ISBN: 9789353229351
- ISBN: 9789353229351
- Total Pages: 168
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Soft Cover
- Year: 2020
₹ 200.00
Ex Tax: ₹ 200.00