जीवनी - Oliver Twist
ओलिवर को जन्म देते ही उसकी माँ चल बसी और उसे एक अनाथालय में भेज दिया गया, जहाँ उसके साथ ज्यादतियाँ होती थीं। भर पेट खाना भी नहीं मिलता था। एक दिन वह अनाथालय से भाग निकला। लंदन की सड़कों पर भटकते हुए उसे जेक डॉवकिंस मिला। वह उसे लच्छेदार बातों में फँसाकर फेगिन के घर ले गया, जहाँ उसे रहनेखाने का ठिकाना मिल गया। लेकिन बाद में उसे पता चला कि फेगिन के सारे लड़के चोर और जेबकतरे थे। ओलिवर को भी चोरी के इलजाम में पुलिस धर ले गई। वह किसी तरह वहाँ से बचा तो फेगिन के लोग उसे फिर उसके ठिकाने पर उठा ले गए और जबरदस्ती चोरी के काम में ढकेल दिया।
एक दिन ओलिवर बंदूक लेकर बिल सिवेज के घर में घुसा, लेकिन वह कुछ करता, उसके पहले ही घर के नौकरों ने गोली चला दी। ओलिवर घायल हो गया। उसे मिसेज माइली और उनकी भानजी रोज ने सहारा दिया। उसके स्वास्थ्य में सुधार होने लगा। लेकिन फेगिन के लोग अब भी ओलिवर के पीछे लगे थे। एक दिन वे उसे ढूँढ़ लेते हैं और तब खुलता है, ओलिवर के जनम से जुड़ा गहरा राज।
प्रस्तुत है ओलिवर ट्विस्ट का सचमुच ट्विस्टदार (चक्करदार) मनोरंजक संक्षिप्त उपन्यास।अनुक्रमदो शब्द — Pgs. 7मैं भी कुछ कहूँ — Pgs. 9अनुवादकीय — Pgs. 111. ओलिवर ट्विस्ट ‘श्रीमान मुझे और चाहिए’ — Pgs. 152. ओलिवर भाग जाता है — Pgs. 213. ओलिवर आर्टफुल डोजर से मिलता है — Pgs. 284. ओलिवर फेगिन का चेला बना — Pgs. 345. ओलिवर को घर मिल गया — Pgs. 446. ओलिवर कहाँ है? — Pgs. 507. ओलिवर का स्वागत — Pgs. 568. षड्यंत्र रचा गया — Pgs. 609. ओलिवर को पुनः घर मिल गया — Pgs. 6810. फेगिन की निराशा, मौंक का प्रवेश — Pgs. 7111. प्रसन्न दिन — Pgs. 7912. ओलिवर को मिस्टर ब्राउनलो की तलाश — Pgs. 8313. मिस्टर बंबल से एक अभ्यागत की भेंट — Pgs. 8614. नैंसी रोज मेली को मिली — Pgs. 9115. मिस्टर ब्राउनलो की वापसी — Pgs. 9816. चार्ली बेट्स द्वारा नैंसी का पीछा — Pgs. 10417. बिल साइक्स भाग जाता है — Pgs. 10918. मिस्टर ब्राउनलो की मौंक्स से भेंट — Pgs. 11219. बिल साइक्स का भयानक अंत — Pgs. 11620. कहानी का सुखद अंत — Pgs. 120
जीवनी - Oliver Twist
Oliver Twist - by - Prabhat Prakashan
Oliver Twist - ओलिवर को जन्म देते ही उसकी माँ चल बसी और उसे एक अनाथालय में भेज दिया गया, जहाँ उसके साथ ज्यादतियाँ होती थीं। भर पेट खाना भी नहीं मिलता था। एक दिन वह अनाथालय से भाग निकला। लंदन की सड़कों पर भटकते हुए उसे जेक डॉवकिंस मिला। वह उसे लच्छेदार बातों में फँसाकर फेगिन के घर ले गया, जहाँ उसे रहनेखाने का ठिकाना मिल गया। लेकिन बाद में उसे पता चला कि फेगिन के सारे लड़के चोर और जेबकतरे थे। ओलिवर को भी चोरी के इलजाम में पुलिस धर ले गई। वह किसी तरह वहाँ से बचा तो फेगिन के लोग उसे फिर उसके ठिकाने पर उठा ले गए और जबरदस्ती चोरी के काम में ढकेल दिया। एक दिन ओलिवर बंदूक लेकर बिल सिवेज के घर में घुसा, लेकिन वह कुछ करता, उसके पहले ही घर के नौकरों ने गोली चला दी। ओलिवर घायल हो गया। उसे मिसेज माइली और उनकी भानजी रोज ने सहारा दिया। उसके स्वास्थ्य में सुधार होने लगा। लेकिन फेगिन के लोग अब भी ओलिवर के पीछे लगे थे। एक दिन वे उसे ढूँढ़ लेते हैं और तब खुलता है, ओलिवर के जनम से जुड़ा गहरा राज। प्रस्तुत है ओलिवर ट्विस्ट का सचमुच ट्विस्टदार (चक्करदार) मनोरंजक संक्षिप्त उपन्यास।अनुक्रमदो शब्द — Pgs.
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- Model: PP1074
- Weight: 250.00g
- Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
- SKU: PP1074
- ISBN: 9788193288818
- ISBN: 9788193288818
- Total Pages: 200
- Edition: Edition 1
- Book Language: Hindi
- Available Book Formats: Hard Cover
- Year: 2019
₹ 250.00
Ex Tax: ₹ 250.00