Menu
Your Cart

जीवनी - Jaiprakash, Tum Laut Aao

जीवनी - Jaiprakash, Tum Laut Aao
संविधान बनाने का काम हमने मुख्य रूप से देश के सर्वोच्च विधि-वेत्ताओं के सिर पर डाल दिया था। उनमें से बहुतेरों ने शायद ही कभी स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया था। शायद यह सोचा गया कि संविधान बनाने का काम कानून के निष्णातों का है। यूँ देखा जाए तो हर महान् क्रांति के बाद नया संविधान क्रांतिकारियों ने स्वयं बनाया है। कानून के निष्णात लोग तो मात्र उसे योग्य परिभाषा देने में मदद करते रहे हैं, लेकिन हमारे यहाँ तो संविधान बनाने में मुख्य हाथ इन कानून-निष्णातों का ही रहा है। परिणाम यह हुआ कि स्वाधीनता आंदोलन के दरम्यान हमने जिन भावनाओं और आदर्शों की कल्पना की थी, संविधान को उनकी हवा तक का स्पर्श नहीं हुआ।’’ —इसी पुस्तक सेअनुक्रमएक —Pgs. 7दो —Pgs. 11तीन —Pgs. 13चार —Pgs. 17पाँच —Pgs. 19छह —Pgs. 24सात —Pgs. 31आठ —Pgs. 34नौ —Pgs. 40दस —Pgs. 47ग्यारह —Pgs. 53बारह —Pgs. 59तेरह —Pgs. 67चौदह —Pgs. 74पंद्रह —Pgs. 79सोलह —Pgs. 89सत्रह —Pgs. 97अठारह —Pgs. 107उन्नीस —Pgs. 113बीस —Pgs. 118इक्कीस —Pgs. 123बाईस —Pgs. 126तेईस —Pgs. 131चौबीस —Pgs. 135परिशिष्ट-1जेपी—सार-संक्षेप —Pgs. 141परिशिष्ट-2जयप्रकाश नारायण की यादें —Pgs. 148परिशिष्ट-3जेपी के प्रेरक विचार —Pgs. 153

जीवनी - Jaiprakash, Tum Laut Aao

Jaiprakash, Tum Laut Aao - by - Prabhat Prakashan

Jaiprakash, Tum Laut Aao - संविधान बनाने का काम हमने मुख्य रूप से देश के सर्वोच्च विधि-वेत्ताओं के सिर पर डाल दिया था। उनमें से बहुतेरों ने शायद ही कभी स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया था। शायद यह सोचा गया कि संविधान बनाने का काम कानून के निष्णातों का है। यूँ देखा जाए तो हर महान् क्रांति के बाद नया संविधान क्रांतिकारियों ने स्वयं बनाया है। कानून के निष्णात लोग तो मात्र उसे योग्य परिभाषा देने में मदद करते रहे हैं, लेकिन हमारे यहाँ तो संविधान बनाने में मुख्य हाथ इन कानून-निष्णातों का ही रहा है। परिणाम यह हुआ कि स्वाधीनता आंदोलन के दरम्यान हमने जिन भावनाओं और आदर्शों की कल्पना की थी, संविधान को उनकी हवा तक का स्पर्श नहीं हुआ।’’ —इसी पुस्तक सेअनुक्रमएक —Pgs.

Write a review

Please login or register to review
  • Stock: 10
  • Model: PP1165
  • Weight: 250.00g
  • Dimensions: 18.00cm x 12.00cm x 2.00cm
  • SKU: PP1165
  • ISBN: 9789353222352
  • ISBN: 9789353222352
  • Total Pages: 184
  • Edition: Edition 1st
  • Book Language: Hindi
  • Available Book Formats: Hard Cover
  • Year: 2019
₹ 400.00
Ex Tax: ₹ 400.00